राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एक्शन मोड पर, 12 दिनों में 12 जिलों का धुआंधार दौरा
रायपुर। कोरोना के ख़िलाफ़ जंग लगातार जारी है। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम दिन रात इसी कवायद में लगी हैं कि किस तरह छत्तीसगढ़ को इस लड़ाई में जीत दिलाई जाए। कनिष्ठ से लेकर वरिष्ठ अधिकारी, डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और सभी स्वास्थ्य कर्मी लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इसी जज़्बे को लेकर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ की एम डी डॉ.प्रियंका शुक्ला अपनी टीम में साथ लगातार मैदान में डटी हुई हैं। डॉ शुक्ला के नेतृत्व में इस टीम ने पिछले 12 दिनों में लगातार 12 जिलों का दौरा कर इन जिलों में कोविड 19 की रोकथाम और बचाव के इंतजामों का जायज़ा लिया। इस राज्य स्तरीय टीम में डॉ. भीमराव अंबेडकर चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर की अधीक्षक डॉ. विनीत जैन, पल्मनोलॉजिस्ट डॉ. रविंद्र पाण्डा, एनेस्थीसीया विशेषज्ञ डॉ.ओपी सुंदरानी, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक उरया नाग और ओएसडी डॉ.अभ्युदय तिवारी शामिल हैं।
इसी कड़ी में डॉ प्रियंका शुक्ला ने आज अपनी टीम के साथ बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के गीदम में कोविड-19 की रोकथाम और बचाव के लिए विशेष रूप से निर्मित अस्पताल का निरीक्षण किया। उल्लेखनीय है कि कोविड 19 के इलाज एवं रोकथाम के लिए गीदम और बीजापुर में 100 बिस्तर अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है ताकि आदिवासी अंचल के लोगों को बेहतर इलाज मिल सके। डॉ शुक्ला और उनकी टीम ने तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया ताकि कोई चूक न रह जाए। निरीक्षण दौरान उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों और व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया।
सोशल डिस्टेंसिंग पर दिया ज़ोर
एमडी एनएचएम ने अस्पताल के सभी कमरों और वार्डों में सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष फ़ोकस रखने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान एमडी डॉ. शुक्ला ने बीजापुर और गीदम में अस्पताल के कमरों में बिस्तरों को पर्याप्त दूरी सुनिश्चित करने पर ज़ोर दिया।उन्होंने पूरे अस्पताल में मोबाइल एक्स-रे को तैयार रखने, ऑक्सीजन सिलेंडर की सुविधा और मॉनिटर के इंतजाम करने को कहा। उन्होंने पूरे परिसर में में साफ सफाई रखने के निर्देश भी दिए।
कोरोना पॉजिटिव को सुरक्षा चक्र में रखने पूरी सावधानी
डॉ शुक्ला ने कहा कि यदि क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलता है तो उसको सुरक्षा चक्र में रखने के दौरान विशेष रूप से सावधानी बरते ताकि संक्रमण को फैलने से रोक जा सके। इसके अलावा मरीज के परिवार और आस पास के लोगों को अनावश्यक घबराहट से बचाने के लिए उनकी काउन्सलिन्ग करें। उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना पॉजिटिव मरीज के आने और जाने वाले मार्ग को शेष मार्गों से अलग रखें साथ ही अस्पताल क्षेत्र में नियमित रूप से सैनिटाइजेशन की दुरुस्त व्यवस्था रखें। उन्होंने अस्पताल में अनावश्यक भीड़ को कम करने में स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद लेने को कहा। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि अस्पताल परिसर में जिन लोगों का काम नहीं है उन्हें प्रवेश ना दिया जाए। उन्होंने इन अस्पतालों में भविष्य में काम करने वाले स्वस्थ्यकर्मियों और स्वच्छताकर्मियों हेतु की जाने रही रिहायशी व्यवस्थाओं का भी जायज़ा लिया।
अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों की सुरक्षा के रखें इंतज़ाम
डॉ शुक्ला ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स और पूरे स्वास्थ्य कर्मी योद्धाओं की तरह दिन रात जूट हुए हैं।सबसे ज़्यादा खतरा इन्हीं लोगों को है। इन योद्धाओं की सुरक्षा सुनिशचित करना हमारी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है क्योंकि इस संकट में ये सबसे बड़े मददगार हैं। इसलिए इनको सुरक्षित रखने हेतु सारे प्रोटोकॉल का पालन करें।इस हेतु विभाग द्वारा जारी किए गए सारे दिशा निर्देशों का पालन सुनिशचित करने पर भी टीम ने ज़ोर दिया।
कलेक्टरों से की मुलाक़ात
एमडी डॉ प्रियंका शुक्ला ने इन सभी बारह जिलों के कलेक्टर से मुलाकात कर अस्पताल की तैयारियों की चर्चा की तथा आवश्यक सुधारों के बारे में भी उन्हें विस्तार से बताया। राज्य स्तरीय टीम द्वारा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों को आवश्यक सुझाव भी दिए। इस मुलाकात के दौरान सभी कलेक्टरों ने प्रशासनिक सहयोग करने की बात कही।
डॉक्टरों व हेल्थ वर्कर्स के समर्पण की सराहना
अपने निरीक्षण के दौरान एमडी डॉ प्रियंका शुक्ला ने कहा कि हमारे डॉक्टर्स और हेल्थ वर्कर्स का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने सभी डॉक्टरों और दूसरे हेल्थ वर्कर्स की हौसला अफजाई की और कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में आपका योगदान विभाग कभी नहीं भूलेगा। आप इसी तरह पूरे साहस के साथ अपने कर्तव्य-पथ पर डटे रहें। उन्होंने कहा कि जिस तरह आप सब अपने परिवार से दूर रह कर मरीजों और मानवता की सेवा में लगे हैं सराहनीय है।
इन जिलों का कर चुकी हैं दौरा
अब तक मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छ.ग. व टीम द्वारा अब तक राज्य के बारह जिले बिलासपुर, बलौदाबाजार, मुंगेली, महासमुंद, दुर्ग,राजनांदगांव, नारायणपुर, धमतरी,काँकेर, जगदलपुर, सुकमा, दंतेवाड़ा व बीजापुर का दौरा कर चुकी हैं।