लॉकडाउन की आपात घड़ी में पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के 90 श्रमिकों को मिला राज्य सरकार का सहारा
0 बिलासपुर जिला प्रशासन के माध्यम से करायी रहने-खाने की व्यवस्था
रायपुर। कोरोना वायरस (कोविड-19) से संक्रमण की रोकथाम के लिए घोषित लॉकडाउन से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण फंसे पश्चिम बंगाल के 90 श्रमिकों को राज्य सरकार का सहारा मिला और जिला प्रशासन बिलासपुर के माध्यम से इन श्रमिकों के लिए रहने-खाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई।
दरअसल मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल निवासी रबि शेख लॉकडाउन के कारण रेल्वे स्टेशन बिलासपुर में फंसे हुए थे। श्री शेख द्वारा राज्य सरकार से विभिन्न सम्पर्क सूत्रों के माध्यम से भोजन, रहने, खाने की समस्या के समाधान के संबंध में आग्रह किया। राज्य सरकार के श्रम विभाग ने श्रमिकों की इस समस्या को त्वरित संज्ञान में लिया और जिला प्रशासन बिलासपुर को तत्काल इन श्रमिकों के समस्याओं को समाधान करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन द्वारा पश्चिम बंगाल सहित अन्य राज्यों के फंसे हुए 90 श्रमिकों को व्यापार विहार के रैन बसेरा और त्रिवेणी भवन में ठहरने, रहने व खाने-पीने की व्यवस्था सुनिश्चित करा दी गई है।
इस संबंध में श्रमिक रबि शेख ने बताया कि वे मजदूरी करते हैं और रोजी-रोटी के लिए केरल गये हुये थे। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन घोषित होने पर रहने, खाने की व्यवस्था नही होने के कारण वे केरल से पश्चिम बंगाल जाने के लिये निकले थे। वे बिलासपुर रेल्वे स्टेशन में आकर लॉकडाउन के कारण फंस गये और आगे जाने के लिये कोई ट्रेन नहीं थी। फिर जिला प्रशासन द्वारा हम श्रमिक साथियों के लिए भोजन व रहने-खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करा दी गई है। सभी श्रमिक यहां सुरक्षित हैं।
उन्होंने बताया कि हम यहां 24 दिन से रह रहे हैं। रहने का जगह ठीक है, उन्हें किसी तरह की तकलीफ नहीं है, लेकिन घर जाने की बहुत इच्छा है। इसी तरह मुर्शिदाबाद के ही रहने वाले रफीक इस्लाम भी केरल से आया है। वह भवन निर्माण कार्य में हेल्पर का कार्य करता है। वे भी यहां की व्यवस्था से संतुष्ट है। जशपुर जिले के तपकरा निवासी प्रकाश कुमार चौहान भी केरल से आया है, वे भी पिछले 24 दिन से यहीं पर है। प्रकाश कुमार ने यहां की व्यवस्था को सराहा और घर जाने की इच्छा जताई है, क्योंकि उसके घर में उसकी एक बूढ़ी मां है। उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के कारण बिलासपुर के त्रिवेणी भवन में ऐसे ही पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश एवं मध्यप्रदेश के 65 श्रमिकों को रूकवाया गया है। वहीं व्यापार विहार के रैन बसेरा में 25 श्रमिक एवं यात्री रूके हुए हैं। इनके लिये राहत शिविर में साबुन, सेनेटाईजर एवं मास्क उपलब्ध करा दी गई है। साथ ही रूके हुये लोगों को नियमित हाथ धोने एवं मास्क का उपयोग करने के लिये समझाईश दी गई है। जिला प्रशासन द्वारा इन लोगों के लिये हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने के लिये पहल की गई है।