कृषि सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग के टाॅपर को मिलेगा डाॅ. जे.एन. दुबे स्मृति गोल्ड मेडल
रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के कृषि सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम (एम.एस.सी. एग्री माईक्रो बायलाॅजी) में प्रवीण सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को विख्यात सूक्ष्म जीव वैज्ञानिक डाॅ. जे.एन. दुबे स्मृति गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा। कृषि सूक्ष्म जीव वैज्ञानिकों की एक समिति द्वारा डाॅ. जे.एन. दुबे की स्मृति में गोल्ड मेडल की स्थापना का अनुरोध करते हुए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. एस.के. पाटील को 1.50 लाख रूपये की सहयोग राशि का चैक सौंपा गया। समिति के अध्यक्ष जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर में मृदा सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के सेवानिवृत प्राध्यापक एवं राष्ट्रीय जैव उर्वरक उत्पादन केन्द्र, गाजियाबाद के पूर्व निदेशक डाॅ. एल.एन. वर्मा एवं कृषि महाविद्यालय जशपुर के अधिष्ठाता डाॅ. एस.बी. गुप्ता ने डाॅ. पाटील को चैक सौंपा। गोल्ड मेडल की स्थापना के लिए जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर से डाॅ. एल.एन. वर्मा, डाॅ. ए.के. खरे, डाॅ. यू.के. वैश्य, डाॅ. एम.एस. जोहर, डाॅ. ए.के. रावत, डाॅ. बी. सचिदानंद और डाॅ. एन.जी. मित्रा तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर से प्रो. एम.एल. आडिल, डाॅ. वी.एन. मिश्रा डाॅ. एस.बी. गुप्ता, डाॅ. आर.एन. सिंह, डाॅ. तापस चैधरी और डाॅ. आलोक तिवारी तथा भारत सरकार में कार्यरत वैज्ञानिक डाॅ. अजय राजपूत द्वारा सहयोग राशि प्रदान की गई है।
उल्लेखनीय है कि डाॅ. जे.एन. दुबे मध्य भारत के प्रसिद्ध सूक्ष्म जीव वैज्ञानिक थे जिन्होंने कृषि में सूक्ष्म जीवांणुओं के महत्व एवं उपयोगिता पर गहन अनुसंधान किया। वे मध्य भारत में सोयाबीन की फसल में रायजोबियम जीवांणुओं की उपयोगिता प्रतिपादित करने वाले वैज्ञानिक थे। उन्होंने विभिन्न फसलों में सूक्ष्म जीवों के उपयोग पर दीर्घ अनुसंधान किया।