छत्तीसगढ

रमन सिंह के संरक्षण में कालाधन से भरी सन्दूक और बंदूक के दम पर अंतागढ़ उपचुनाव में हुई थी लोकतंत्र की हत्या उस दौरान कहा थे लोकतंत्र सेनानी संघ

रायपुर, 3 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह ने भाजपा के 2003 के विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र के 12वीं पास बेरोजगार युवाओं को 500 रुपया प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता देने के वादा को पूरा नहीं किया 15 साल में एक आना भी बेरोजगार युवाओंं को नहीं दिया।लेेकिन आर एस एस भाजपा सेे जुड़ेे लोगों को उपकृत करने के लिए मीसा बंदियों योजना बनाकर 25000 महीना देकर छत्तीसगढ़ के खजाने पर चोट पहुंचाया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि तथाकथित लोकतंत्र सेनानी संघ को लोकतंत्र की चिंता नहीं है।बल्कि लोकतंत्र सेनानी होने का चोला पहनकर आर एस एस भाजपा के अनुवांशिक संगठन की तरह काम कर रहे हैं। आर एस एस के विचारधारा को फैलाने में लगे हुए हैं। पूर्व की रमन सरकार के दौरान अंतागढ़ के उपचुनाव में काला धन और बंदूक के दम पर लोकतंत्र की हत्या की गई इस दौरान भी तथाकथित लोकतंत्र सेनानी मौन थे। बीते 6 साल से देश में अघोषित आपातकाल लगा है । लोगों के मौलिक अधिकारो का हनन किया जा रहा है। ऐसे समय में स्वयंभू लोकतंत्र के सेनानी बीते 6 साल से कहां गायब है ? मोदी भाजपा की सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है। काले धन की थैलियों से खरीदफरोख्त कर निर्वाचित राज्य सरकारों को अस्थिर किया जा रहा है। देश के नवरत्न महारत्न मिनिरत्न सरकारी कंपनियों को बेचा जा रहा है। रेलवे स्टेशन लाल किला एयरपोर्ट हवाई अड्डे विमानन सेवा भेल गेल सहित अनेक सरकारी कम्पनियों संपत्तियों को बेचा जा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी का हनन किया जा रहा है मीडिया पर दबाव बनाया जा रहा है सवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। ऐसे में तथाकथित स्वयम्भू लोकतंत्र के सेनानी क्या मात्र पेंशन लेने के लिए प्रगट होते रहेंगें ? मोदी सरकार के लोकतंत्र विरोधी कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाने से ये तथाकथित सेनानी क्यों डर रहे है? मोदी भाजपा के लोकतंत्र विरोधी कृत्यों को सफल बनाने में तथाकथित सेनानी क्यों जुटे हैं?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि खुद को लोकतंत्र के रक्षक होने की दुहाई देने वाले तथाकथित लोकतंत्र के सेनानियों के चेहरे से नकाब उतर चुका है। जनता इनको पहचान चुकी है। असल मे ये लोकतंत्र के सेनानी नही बल्कि आरएसएस भाजपा के एजेंट है। जो चुनाव के दौरान भाजपा को लाभ पहुँचाने जनता के बीच भ्रम का मायाजाल बुनते है। मनगढ़ंत और झूठी कहानियां गढ़कर भाजपा से मिलने वाले नोट के बदले वोट दिलाते हैं।

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