सुरक्षित होंगे जवान: पुलिस जवानों के लिए डेढ़ साल बाद खरीदेंगे 1320 बुलेटप्रूफ जैकेट, 7 और 12 किलो होगा वजन

रायपुर, 12 मार्च। नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों के लिए 1320 बुलेट प्रूफ जैकेट की खरीदी की जाएगी। इसके लिए नए सिरे से टेंडर की प्रक्रिया शुरू की गई है। इस बार ओपन टेंडर किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कंपनियां हिस्सा ले सकेंगी। बता दें कि पहले 200 बुलेट प्रूफ जैकेट और 600 वेस्ट के लिए खरीदी प्रक्रिया शुरू की गई थी।
उस समय जो शर्तें तय की गई थी, उसमें कंपनियां नहीं मिलीं तो दो बार टेंडर रद्द करना पड़ा। इस बार नए सिरे से आईसीडब्ल्यू और स्टैंड-अलोन कॉन्फीग्रेशन यानी 12 और 7 किलो तक वजन वाले बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदे जाएंगे। आईसीडब्ल्यू कॉन्फीग्रेशन के 500 और स्टैंड-अलोन कॉन्फीग्रेशन के 820 बुलेट प्रूफ जैकेट खरीदे जाएंगे।
प्रदेश में बुलेट प्रूफ जैकेट की खरीदी पिछले डेढ़ साल से अटकी हुई थी। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक जो शर्तें तय की गई थीं, उसे पूरा करने वाली कंपनियां नहीं मिल पाने के कारण खरीदी नहीं हो पाई थी। ऐसे मौके भी आए जब कंपनियां मिलीं, लेकिन शर्तों के मुताबिक टेंडर में हिस्सा लेने वाली कंपनियां कम थीं। इस वजह से लगातार यह टलती जा रही थी। अब ओपन टेंडर के जरिए नए सिरे से खरीदी की प्रक्रिया शुरू की गई है। 10 अप्रैल को टेक्नीकल बिड खुलेगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
वजन में हल्के जैकेट ज्यादा जिससे जंगल में ऑपरेशन में आसानी हो : नक्सल ऑपरेशन के दौरान भारी भरकम जैकेट को लेकर लंबे समय से विवाद रहा है। कई ऐसे भी मौके आए जब जवान भारी वजन में होने वाली दिक्कतों के कारण नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में कमजोर साबित हुए तो कई दफा बुलेट प्रूफ जैकेट के बिना ऑपरेशन में निकले थे और फायरिंग में नुकसान उठाना पड़ा। यही वजह है कि वजन में हल्के जैकेट ज्यादा संख्या में खरीदे जा रहे हैं, जिससे जंगल के अंदर ऑपरेशन के दौरान असुविधा न हो और सुरक्षा के लिए भी बेहतर हो।
“बीआईएस स्टैंडर्ड के बुलेट रेजिस्टेंट जैकेट की खरीदी की जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।”
-आरके विज, स्पेशल डीजी योजना-प्रबंध, पीएचक्यू