छत्तीसगढ

आंदोलन के लिए शिक्षक फेडरेशन ने भी कसी कमर, सदस्यों के लिए जारी किया गाईडलाइन

रायपुर, 16 दिसंबर। तीसरे चरण के आंदोलन के लिये छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन से संबद्ध संगठनों ने मोर्चाबंदी शुरू कर दिया है। सरकार के रवैये क्षुब्ध फेडरेशन ने रायपुर में बैठक कर 19 दिसंबर को राजधानी में विराट धरना-प्रदर्शन एवं वादा निभाओ महारैली के रणनीति को अंतिम रूप दिया है।उल्लेखनीय है कि 14 सूत्रीय माँगो को लेकर फेडरेशन ने कलम रख मशाल उठा आंदोलन के तहत प्रथम दो चरणों का आंदोलन कर सरकार को कर्मचारी-अधिकारियों के मनःस्थिति से अवगत करा दिया है।
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राजेश चटर्जी, उप प्रांताध्यक्ष चंद्रशेखर चंद्राकर, विष्णुसिंह राजपूत, महामंत्री राकेश साहू, सतीश ब्यौहरे का कहना है कि सरकार जमीनी कार्यालयों में सेवा देने वाले कर्मचारियों के हितों को नजरअंदाज कर रही है। उनका कहना है कि जहां एक तरफ राज्य के विकास में प्रभावी भूमिका निभाने वाले शासकीय सेवकों का आर्थिक शोषण हो रहा है तो वहीं दूसरे तरफ वेतन विसंगति,नियमितीकरण एवं अनिवार्य सेवाशर्तों एवं सेवालाभ से भी वे वंचित हैं। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बावजूद शासकीय सेवकों की उपेक्षा से आक्रोश बढ़ रहा है। शासकीय योजनाओं को अमलीजामा पहनाने वालों की अनदेखी ठीक नहीं है। सरकार को राज्य के बेहतरी के लिये सरकारी अमले के साथ बेहतर तालमेल बनाये रखने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि 14 सूत्रीय माँगपत्र के समर्थन में कलम रख, मशाल उठा आंदोलन के तृतीय चरण में,19 दिसंबर 20 को राजधानी रायपुर स्थित धरना स्थल(बूढ़ा तालाब) में *दोपहर 12 बजे से धरना प्रदर्शन* एवं *2 बजे से वादा निभाओ महारैली* छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनर पर संयोजक कमल वर्मा के अगुवाई में आयोजित है।आंदोलन में छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन भागीदार है। कर्मचारी जगत के हित में सभी स्तर के पदाधिकारी निष्ठा और समर्पण के साथ आंदोलन में अनिवार्य भाग लेंगे।
आंदोलन के लिए प्रांतीय कार्यालय से गाईडलाइन जारी किया गया है। प्रत्येक ब्लॉक एवं तहसील इकाई से कम से कम 10 सक्रिय सदस्य रायपुर पहुँचकर धरना स्थल में मौजूद आंदोलनकारियों के साथ मिलकर हुँकार भरेंगे,सरकार को शासकीय सेवकों के ताकत का अहसास करायेंगे। प्रत्येक पदाधिकारी अपने साथ कम से कम 10 सदस्यों/सहयोगियों को लेकर रायपुर धरना स्थल बूढ़ा तालाब पहुँचेंगे। आंदोलन में शामिल होने वाले साथियों की संख्यात्मक जानकारी प्रांतीय कार्यालय को व्हाट्सएप/ टेक्स्ट मैसेज/ईमेल द्वारा अवगत करना होगा।
छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन ने कर्मचारी जगत के हित में अपने सदस्यों से सक्रिय योगदान देने का अपील करते हुए कहा है कि ईमानदारी से कोशिश करना है,सफल होना है,19/12 के आंदोलन को सफल बनाना है।

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य के शिक्षकों को केन्द्रीय शिक्षकों के समान वेतनमान नही स्वीकृत हुआ है। जिसके कारण सहायक शिक्षक संवर्ग में भर्ती हुए शिक्षकों सहित अन्य सभी शिक्षक संवर्गों के क्रमोन्नति/समयमान वेतन निर्धारण में विसंगति उत्पन्न हुआ है।विगत अनेक वर्षों से फेडरेशन ने सरकार को ज्ञापन दिया है, लेकिन समाधान नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में आर्थिक संसाधनों में कमी का बहाना बनाकर सरकार शासकीय सेवकों के सुविधाओं में कटौती कर रही है लेकिन अन्य व्यय बेरोकटोक जारी है।

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