कलेक्टर डॉ भारतीदासन को दी गई विदाई, नए कलेक्टर का स्वागत
रायपुर, 7 जून। कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन को आज यहां कलेक्ट्रेट परिसर स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में जिला प्रशासन की ओर से भावपूर्ण विदाई दी गई। इस अवसर पर नव पदस्थ कलेक्टर श्री सौरभ कुमार का स्वागत भी किया गया।
अपने संक्षिप्त उदगार में अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए डॉ भारतीदासन ने कहा कि कहा कि राजधानी की हर बात मायने रखती है। मुझे गर्व है कि रायपुर में मुझे राज्य की बेस्ट टीम के साथ कार्य करने का मौका मिला। कलेक्टर के रूप में पिछले 2 वर्ष में से करीब 10 माह की अवधि कोरोना काल की रही, ऐसी कठिन समय यहां का टीम ईफोर्ट काबिले तारीफ था। यही कारण है कि कोरोना की प्रथम और दूसरी भयानक वेव के बाद अब यहां का जनजीवन सामान्य की ओर वापस लौट रहा है। इस वेब के दौरान विशेष रूप से हमें अलग – अलग समय नई – नई चुनौतियो से जूझना पड़ा। राजधानी सबके लिए एक मॉडल की तरह होती है। ऐसे में यहां के सभी कर्मचारियों-अधिकारियों से अपेक्षा है और आगे भी रहेगी कि वे हमेशा इसी तरह अपना अधिकतम देते रहे।
बेहतरीन टीम भावना के साथ काम करने के लिए उन्होंने अधिकारी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने आने वाली परिस्थितियो के लिए लिए भी समन्वय के साथ सब को तैयार रहने पर जोर दिया।उन्होंने कहा कि जिले का कार्यकाल मेरे लिए बहुत यादगार रहेगा।
उल्लेखनीय है कि डॉ भारती दासन 2006 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं उनकी बेहतरीन प्रशासन क्षमता के कारण राज्य सरकार ने उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।उन्हें मुख्यमंत्री का विशेष सचिव बनाया गया है साथ ही आयुक्त सह संचालक जनसंपर्क का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है।
नए कलेक्टर सौरभ कुमार ने कहा कि पिछले करीब एक डेढ़ साल मुश्किल और विचित्र काल थे जिसमें कलेक्टर डॉ भारती दासन के रूप में जिले को एक अच्छा नेतृत्व मिला, उन्होंने हर कदम पर कुशल मार्गदर्शन दिया और सत प्रतिशत सपोर्ट किया । उन्होंने कोरोना की बीमारी से हमेशा एक कदम आगे रहकर निर्णय लिया और उनका कुशलतापूर्वक क्रियान्वयन किया। विदाई समारोह में डॉभारतीदासन को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।
इस अवसर पर जिला प्रशासन के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।
सभी ने उनके उज्जवल भविष्य एवं नवीन पदस्थापना के लिए शुभकामनाएं दी गई।
उनके कुशल कार्य व्यवहार एवं सहज स्वभाव के लिए उनकी सराहना की गई। जिला प्रशासन की टीम के कप्तान के रूप में उन्होंने सभी परिस्थितियों में संवेदनशील होकर जिले के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं।