छत्तीसगढ

कोरोना का अब गांवों की ओर फैलना चिन्तनीय पहलू : बृजमोहन अग्रवाल

रायपुर, 26 अप्रैल। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि अभी कोरोना संक्रमित मरीजों को सबसे ज्यादा आवश्यकता ऑक्सीजन, ऑक्सीजन बेड एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन की है। छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कमी नहीं है परंतु भारी तादात में ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी है। वर्तमान में अब ग्रमाीण क्षेत्रों में कारोना का संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है। गांव-गांव से भारी तादात में संक्रमित मरीज निकल रहे है, परंतु कस्बो व शहरों के हॉस्पिटल, बेड व आसपास में जगह न मिलने व ऑक्सीजन बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में डर, भय एवं घबराहट का वातावरण बन रहा है। अस्पतालों में व आइसोलेशन सेंटरो में जगह न मिलने से मरीज, गांव में ही कोविड से लड़ रहे है और लगातार कोविड के मरीज बढ़ रहे है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भारी तादात में औद्योगिक ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हुए है, परंतु उनके लिए फ्लोमीटर नहीं होने के कारण बहुत से स्थानों पर इन सिलेण्डरों का उपयोग ही नहीं हो पा रहा है। सरकार ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त करने हेतु कोई सुनिश्चित व्यवस्था अभी तक नहीं बन पाई है। ब्लाॅक एवं जिला स्तर पर निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन कहां से उपलब्ध होगा, होम आइसोलेशन मरीज को कहां से उपलब्ध होगा इस संबंध में भी अभी तक कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं है न ही कोई अधिकारी व टेलीफोन नंबर शासन ने उपलब्ध कराए है।

श्री अग्रवाल ने कहा कि ब्लाॅक एवं जिला स्तर पर 24 घंटे उपलब्ध रहने वाले अधिकारियों के टेलीफोन नंबर सार्वजनिक रूप से प्रसारित किया जाना चाहिए। प्रदेश में पर्याप्त मेडिकल सिलेण्डर तो बिल्कुल भी उपलब्ध नहीं है। प्रदेश में हाईफ्लो मास्क की भी बहुत कमी है इसकी भी व्यवस्था शासन स्तर पर व्यापक रूप से किए जाने की आवश्यकता है। उक्त संदर्भ में श्री अग्रवाल ने ऑक्सीजन के प्रभारी श्री अयाज तम्बोली एवं रायपुर कलेक्टर से भी चर्चा किया।

श्री अग्रवाल ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन भी आम गरीब मरीजों को एवं छोटे अस्पतालों को उपलब्ध नहीं हो रहे है। सरकार अस्पतालों को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध कराने की बात कह रही है परंतु अस्पताल में इंजेक्शन लगाने के बजाय लोगों को पर्चा दिया जा रहा है। लोग पर्चा लेकर मेडिकल स्टोर के धक्के खा रहे है, घंटो की लाइन लगने के बाद भी इंजेक्शन नही मिल रहा है। लोगो को ब्लैक मार्केट में 15 हजार से 20 हजार में इंजेक्शन खरीदना पड़ रहा है। जिसके कारण लोगों में नाराजगी है।

श्री अग्रवाल ने शासन एवं जिला प्रशासन से आग्रह किया कि ब्लाॅक एवं जिला स्तर पर ऑक्सीजन की उपलब्धता करवाने हेतु रिजर्व स्टाॅक रखा जाए एवं 24 घंटे उपलब्ध रहने वाले टेलीफोन नंबर उपलब्ध करवाया जाए, साथ ही इसी प्रकार की व्यवस्था रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भी की जाए।

श्री अग्रवाल ने कहा कि इस कठिन समय पर सभी से आग्रह कि ऑक्सीजन अस्पतालों में बेड एवं रेमडेसिविर इंजेक्शन लोगों को आसानी से उपलब्ध हो इसके लिए हमे खुले एवं उदार मन से काम करने की आवश्यकता है। यह समय आरोप-प्रत्यारोप का नहीं है लोगों के दु:ख परेशानी को दूर करने का है।

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