छत्तीसगढ

गुण्डाधूर एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान के लिए खिलाड़ियों से आवेदन आमंत्रित…जमा करने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर

रायपुर, 3 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश में खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राज्य स्थापना दिवस पर गुण्डाधूर एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव पुरस्कार दिए जाते हैं। पुरस्कार के रूप में एक लाख रूपए नगद के साथ अलंकरण फलक और प्रशस्त्रि पत्र प्रदान किया जाता है। संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण द्वारा राज्य के सर्वोच्च खिलाड़ियों से गुण्डाधूर एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान 2019-20 के लिए अनुशंसाएं आमंत्रित की गई हैं। अनुशंसाएं जमा कराने की अंतिम तिथि 15 अक्टूबर 2020 निर्धारित है। इच्छुक खिलाड़ी अपना आवेदन संचालनालय खेल एवं युवा कल्याण, सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम जी.ई.रोड रायपुर अथवा खेल एवं युवा कल्याण के जिला कार्यालयों में निर्धारित तिथि तक कार्यालयीन दिवस एवं समय पर प्रस्तुत कर सकते हैं।
खेल एवं युवा कल्याण संचालनालय से मिली जानकारी के अनुसार गुण्डाधूर सम्मान ऐसे पात्र खिलाड़ियों को दिए जाएंगे जिन्होंने वर्ष 2019-20 ऐसे खेल जिन्हें भारत सरकार युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर के खेल अलंकरण हेतु विचार क्षेत्र में लिया जाता है। ऐसे सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से भाग लेते हुए स्वर्ण, रजत या कास्य पदक प्राप्त किया हो या अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो। इस सम्मान के लिए छत्तीसगढ़ की स्थानीय निवासी या उपलब्धि एवं पुरस्कार वर्ष में छत्तीसगढ़ की किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्था में नियमित अध्ययनरत या राज्य के शासकीय, अर्धशासकीय अथवा सार्वजनिक उपक्रमों में निरंतर कार्यरत खिलाड़ियों की उपलब्धि पर विचार किया जाएगा। सम्मान के लिए वर्ष की गणना एक अप्रैल से 31 मार्च तक होगी। यह सम्मान विभाग के अन्य खेल पुरस्कारों के अलावा होगा जो खिलाड़ी को उसकी उपलब्धि के लिए दिया गया है। लेकिन महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान से अलंकृत खिलाड़ी इस सम्मान को प्राप्त करने के लिए पात्र नही होंगे। यह सम्मान किसी खिलाड़ी को उसके जीवनकाल में एक ही बार दिया जाएगा।
महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान वर्ष 2019-20 में तीरंदाजी की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप, सीनियर वर्ग या राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ की ओर से भाग लेते हुए स्वर्ण, रजत या कास्य पदक प्राप्त किया हो या तीरंदाजी की अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व किया हो, ऐसे खिलाड़ियों को दिया जाएगा। यदि तीरंदाजी मंे उपरोक्त उपलब्धियों वाले खिलाड़ी किसी वर्ष में नहीं मिले तो उस वर्ष अन्य खेल जिन्हें भारत सरकार युवा कार्य और खेल मंत्रालय, राष्ट्रीय स्तर के खेल पुरस्कार हेतु विचार क्षेत्र में लेता है, के खिलाड़ियों को जिन्होंने उपरोक्तानुसार उपलब्धि प्राप्त किया है, उन्हें सम्मान हेतु चयन के लिए विचार में लिए जाएंगे। इस सम्मान के लिए छत्तीसगढ़ की स्थानीय निवासी या उपलब्धि एवं पुरस्कार वर्ष में छत्तीसगढ़ की किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्था में नियमित अध्ययनरत या राज्य के शासकीय, अर्धशासकीय अथवा सार्वजनिक उपक्रमों मंे निरंतर कार्यरत खिलाड़ियों की उपलब्धि पर विचार किया जाएगा। सम्मान के लिए वर्ष की गणना एक अप्रैल से 31 मार्च तक होगी। यह सम्मान विभाग के अन्य खेल पुरस्कारों के अलावा होगा जो खिलाड़ी को उसकी उपलब्धि के लिए दिया गया है। लेकिन तीरंदाजी में गुण्डाधूर सम्मान से अलंकृत खिलाड़ी इस सम्मान को प्राप्त करने के लिए पात्र नहीं होंगे। यह सम्मान किसी खिलाड़ी को उसके जीवनकाल में एक ही बार दिया जाएगा।
गुण्डाधूर सम्मान एवं महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान के लिए उपरोक्त नियमों की विस्तृत जानकारी खेल विभाग के जिला स्तरीय कार्यालयों में देखा जा सकता है तथा आवेदन का निर्धारित प्रपत्र प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा विभागीय वेबसाइट www.sportsyw.cg.gov.in में भी आवेदन का प्रारूप प्राप्त किया जा सकता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button