जयसिंह अग्रवाल के दीर्घ अनुभव व कुशल नेतृत्व से अपने प्रभार क्षेत्रों में लहराया जीत का परचम
रायपुर। राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल का राजनैतिक अनुभव और रणनीतिक ज्ञान के बूते एक बार पुनः संकटकाल में अपनी काबिलियत को सिद्ध करते हुए कोरबा के महापौर को कांग्रेस के खाते में शामिल किया। आम चुनाव के जरिए चुने हुए पार्षदों की संख्या कम होने के बावजूद भी कांग्रेस ने अपना वर्चस्व कायम रखा।
निर्दलीय और अन्य पार्षदों के समर्थन से कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में कुल 34 वोट पड़े और कांग्रेस प्रत्याशी राजकिशोर प्रसाद महापौर पर निर्वाचित घोषित किए गए। प्रतिद्वंदी भाजपा की सुश्री रितु चैरसिया को 33 वोट मिले इस प्रकार से राजकिशोर प्रसाद को एक वोट की बढ़त ने विजय दिलाई। यह सिर्फ इसलिए सम्भव हुआ, क्योंकि जयसिंह अग्रवाल के दीर्घ अनुभव व कुशल नेतृत्व से अपने प्रभार क्षेत्रों में लहराया जीत का परचम
उल्लेखनीय है कि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल जी को जिन जिलों का प्रभार सौपा गया था वहां पर उनकी कुशल राजनैतिक रणनीति, दीर्घ अनुभव और कौशल का ही परिणाम है कि संख्याबल कम होते हुए भी अन्य पार्षदों का समर्थन हासिल करने में उन्हें सफलता मिली और कांग्रेस का परचम लहराने में उन्हें कामयाबी मिली। निः संदेह कोरबा की रणनीति में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने अमूल्य योगदान दिया। कल शाम को ही उन्होंने पूरे विश्वास के साथ घोषणा किया कि अन्य स्थानों की ही भांति कोरबा में भी कांग्रेस का उम्मीदवार विजयी होकर महापौर बनेगा।
कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल द्वारा चुनाव परिणाम घोषित किए जाने के साथ ही समस्त पार्टी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और कांग्रेस समर्थित आमजनों में भारी उत्साह देखा गया। मुख्यमंत्री भूपेश बधेल और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के लिए जोरदार जिन्दाबाद के नारे लगाए गए। सभी ने एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर बधाईयों का आदान-प्रदान किया। कोरबा महापौर चुनाव की सबसे अहम् बात यह रही कि जिन पार्षदों ने जिस भी पार्टी को समर्थन दिया था चाहे वह कांग्रेस हो या फिर भाजपा, वे सभी पूरी तरह से पार्टी के प्रति वफादार बने रहे और यहां पर एक भी क्राॅस वोटिंग नहीं हुई।