छत्तीसगढ

जेसीसी ने पीएचई विभाग के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपकर जल जीवन मिशन योजना का टेंडर रद्द करने की मांग

रायपुर, 21 अक्टूबर। युवा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता प्रदीप साहू के नेतृत्व में प्रतिनिधि मण्डल आज पीएचई विभाग के मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौपकार जल जीवन मिशन के लिए जारी 10 हजार करोड़ का टेंडर 48 घण्टे में रद्द करने की मांग किया है अन्यथा जेसीसी के द्वारा आंदोलन किया जाएगा।

प्रदीप साहू ने सरकार के जल जीवन मिशन योजना पर सवाल खड़ा किया और हजारों करोड़ के ठेका में आउटसोर्सिंग का आरोप लगाते हुए कहा आउटसोर्सिंग का विरोध कर सरकार में आने वाली कांग्रेस अब अपने ही शासनकाल में आउटसोर्सिंग को बढ़ावा दे रही है। जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत वर्ष 2023 तक लगभग 40 लाख परिवारों को पीने के शुद्ध पानी के कनेक्शन दिया जाना है। जिसके लिए सरकार ने जल जीवन मिशन योजना के लिए ₹10 हजार करोड़ का अलॉटमेंट किया है जिसमें कुल 1376 ठेकेदारों को काम मिला है। टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता करते ह इस योजना में 70% अर्थात ₹7000 करोड़ का काम बाहरी 10 ठेकेदारों को मैदानी इलाके में और बाकी 10366 स्थानीय ठेकेदारों को बस्तर क्षेत्र में ₹3000 करोड़ रुपया का काम दिया गया है।

प्रदीप साहू ने कहा सरकार का यह टेंडर आउटसोर्सिंग का बहुत बड़ा उदारहण है और 10376 में से 10 बाहरी कंपनियों को लाभ पहुंचाने वाला ठेका है। जिसमें छत्तीसगढ़ में पहली बार पीने की पानी में घोटाला की बू आ रही है और बड़ी कमीशन खोरी और गड़बड़ी की आशंका है।

प्रदीप साहू ने कहा सरकार अगले 48 घण्टे के अंदर यदि यह टेंडर को रद्द करते हुए स्थानीय छत्तीसगढ़िया ठेकेदारों को काम नहीं देती है तो इसके लिए जेसीसी आंदोलन करेगी।

आज ज्ञापन सौंपने वालो में मुख्य रूप से अजय देवांगन, विक्रम नेताम, अनिल भारती, नजीब अशरफ, विवेक कुमार, तरुण सोनी, राज नायक, डेमन धीवर, हरिश्चंद्र रात्रे, सुजीत डहरिया, सन्नी होरा, दीपक गेडरे, सन्नी तिवारी राजा, राज बंजारे, अफसर कुरैशी, रोहित नायक आदि उपस्थित थे।

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