दाह संस्कार के लिए कचरा वाहन का इस्तेमाल

रायपुर, 14 अप्रैल। देश में कोरोना से बुरा हाल है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीज दम तोड़ते जा रहे हैं। कुछ ऐसा ही हाल छत्तीसगढ़ में देखने को मिला है। यहां पर राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव ब्लॉक में 4 मरीजों की ऑक्सीजन ना मिलने के चलते मौत हो हई, उनमें से 3 की मौत कोविड़ केयर सेंटर में हुई, जबकि 4 की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई। आलम यह है कि सभी का दाह संस्कार के लिए कचरा वाहन का इस्तेमाल किया गया।
छत्तीसगढ़ में कोरोना से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। दरअसल, इस जिले में कोरोना से जिन लोगों की मौत हुई उन्हें शव वाहन तक नहीं मिला। उनके शवों को नगर पंचायत के कचरा फेंकने वाले वाहन से ले जाया गया। तस्वीर में कुछ लोग पीपीई किट पहने कचरे की गाड़ी में शवों का लाते दिखे।
इसके बाद सीएमएचओ ने कहा कि हमने जिले के प्रत्येक COVID देखभाल केंद्र में 10-15 ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था की है। आगे उन्होंने कहा,’कल रात उनमें से तीन की मौत हो गई थी, उन्हें इलाज के दौरान ऑक्सीजन नहीं मिल पाया था इसके बाद चौथे मरीज की भी मौत हो गई है’। कचरा वाहन इस्तेमाल करने पर भी उन्होंने कहा कि जहां तक वाहन का सवाल है, ऐसी व्यवस्था करने के लिए नगर पंचायत पर निर्भर करता है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर से जूझ रहे देश और दुनिया में हालात लगातार खराब हैं। दैनिक आंकड़ों के साथ-साथ मौतों की संख्या लोगों को अब और डर रही हैं। पिछले 24 घंटे में देश में 2 लाख से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं। एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, दूसरी तरफ कमजोर व्यवस्था को लेकर भी लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में भी कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन की मांग भी बढ़ गई है। ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाले व्यापारियों की माने तो वर्तमान में दिल्ली में 350-400 टन तक ऑक्सीजन की मांग रोजाना है। यह आम दिनों की तुलना में पांच गुना अधिक है। आम दिन में 80-100 टन तक ही ऑक्सीजन की मांग होती है। बताया जा रहा है कि अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या के चलते यह मांग बढ़ रही है।