छत्तीसगढ

रायपुर के मेडिकल कॉलेज में सुबह जूनियर डॉक्टर्स ने कर दी हड़ताल, शाम को स्वास्थ्य मंत्री ने मनाया तो लौटे काम पर

रायपुर, 23 फरवरी। मंगलवार को रायपुर के अंबेडकर हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल की घोषणा कर दी। एमरजेंसी सर्विसेस को छोड़कर बाकी सभी विभाग बंद कर दिए गए। लोगों को इलाज के लिए दिन भर परेशान होना पड़ा । दरअसल सोमवार को दंतेवाड़ा से आए एक जेल प्रहरी ने दो जूनियर डॉक्टर्स की पिटाई कर दी थी। इसी घटना का विरोध करते हुए जूनियर डॉक्टर से ने मंगलवार को दिन भर अपनी हड़ताल जारी रखी ।

बात-चीत के बाद स्वास्थ्य मंत्री के साथ जूनियर डॉक्टर्स ने तस्वीरें भी खिंचवाई।
बात-चीत के बाद स्वास्थ्य मंत्री के साथ जूनियर डॉक्टर्स ने तस्वीरें भी खिंचवाई।
पहुंचे मंत्रीजी
हालात बिगड़ते देख छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव शाम के वक्त मेडिकल कॉलेज पहुंचे। यहां पर उन्होंने जूनियर डॉक्टर से मुलाकात की और उन्हें समझाइश देते हुए काम पर लौटने को कहा । जूनियर डॉक्टर की तरफ से भी अस्पताल में सुरक्षा बढ़ाए जाने की मांग की गई जिस पर सरकार ने अपनी सहमति दी है। मंत्री से मुलाकात के बाद मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर फिर से काम पर लौटने की बात कह रहे हैं। बुधवार से जूनियर डॉक्टर्स अपनी नियमित सेवाएं दे सकते हैं।

जेल में ड्यूटी करने वाले को जेल
सिटी एसपी लखन पटले ने सोमवार को हुए हंगामे के मामले में बताया कि डॉक्टर से मारपीट करने वाले दंतेवाड़ा के जेल प्रहरी शत्रुघ्न उरांव को गिरफ्तार कर लिया गया है । दंतेवाड़ा जेल प्रशासन ने इसे सस्पेंड कर दिया है । फिलहाल जेल प्रहरी की नौकरी करने वाले शत्रुघ्न को एक आरोपी की तरह जेल भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक जांच में ये बात भी सामने आई है कि ड्यूटी पर शत्रुघ्न नशे में था उसने कुछ महिला डॉक्टर्स के साथ भी बदसलूकी की थी। अस्पताल की चौकी में रहने वाले पुलिसकर्मियों को भी डिपार्टमेंट ने लापरवाह माना है, इनसे भी पूछताछ की जा रही है।

इस वजह से मचा बवाल
सोमवार को वायरल हुए वीडियो में शत्रुघ्न अस्पताल पर लापरवाही से काम करने के आरोप लगाता दिख रहा है। दंतेवाड़ा से एक नक्सल मामले की बंदी को लेकर अस्पताल आए जेल प्रहरी शत्रुघ्न को सुबह से लेकर दोपहर तक एक टेबल से दूसरे टेबल पर भेजा जाता रहा। इसी वजह से पुलिसकर्मी ने मारपीट की। दरअसल वह बंदी को MRI करवाने के लिए लेकर आया था लेकिन किसी ने उसे सही जानकारी नहीं दी। जेल प्रहरी ने अस्पताल के कर्मचारियों के साथ बहस शुरू कर दी, बीच-बचाव करने आए टेक्नीशियन और जूनियर डॉक्टर को इसने तमाचा जड़ दिया।

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