रायपुर रेलवे इंस्टिट्यूट के सामुदायिक भवन को क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदला, मेडिकल विशेषज्ञों को बुलाने की तैयारी

रायपुर। रायपुर रेल मंडल में रेलवे चिकित्सालय विभाग द्वारा कोरोना वायरस, कोविड-19 को लेकर सतर्कता एवं आपात स्थिति से निपटने की तैयारी की जा रही है। रेल मंडल के चिकित्सालयो में 3 माह के लिए संविदा के आधार पर चिकित्सकों विशेषज्ञों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को साक्षात्कार के लिए बुलाया है। जिसमें 10 जीडीएमओ, 4 विशेषज्ञ, 12 स्टाफ नर्स, 2 फार्मासिस्ट एवं 3 लेब सुप्रिडेंट को बुलाया गया है।
रेल मंडल में लगभग 200 क्वारेंटाइन बेड बनाये जा रहे है। मंडल ने सामुदायिक भवन (कम्युनिटी हॉल), रेलवे इंस्टिट्यूट, आर पी एफ बैरक को क्वॉरेंटाइन सेंटर में बदल दिया है। अभी तक लगभग 112 क्वारेंटाइन बेड मरीजों को रखने योग्य बनाये जा चुके है। रेलवे मंडल चिकित्सालय के मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर कॉलोनियों में स्वच्छता को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग को रखते हुए कार्यों को अंजाम दे रहे हैं। नियमित रूप से कि जाने वाली सफाई, कार्यालयों, रेलवे कॉलोनियों, कंट्रोल रूम, रनिंग रूम, आर पी एफ बैरक, लॉबी रूम में ब्लीचिंग पाउडर, सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव किया जा रहा है। बैटरी ऑपरेटेड स्प्रै मशीन से सैनिटाइज किया जा रहा हैं। मशीन पर कोरोना वायरस से बचाव के निर्देशों को लगाया गया है ।
रायपुर रेल मंडल ने अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों फील्ड स्टाफ सभी को कोरोना वायरस से बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए है। लॉक डाउन की स्थिति में केवल अति आवश्यक कार्य जैसे पार्सल बुकिंग, मालगाड़ी परिचालन, कंट्रोल रूम सिगनलिंग, रेलवे ट्रैक एवं मालगाड़ी मेंटेनेंस से संबंधित कार्यों को ही कराया जा रहा है इसमें लगे स्टाफ को सैनिटाइज एवं मास्क उपलब्ध कराए हैं। रेलवे परिसरों, कॉलोनियों में प्रतिदिन आवश्यकतानुसार कीटनाशक छिड़काव किए जा रहे हैं। रेलवे चिकित्सालय में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड एवं 24 घंटे आपातकालीन कक्ष बनाया गया है। रेलवे चिकित्सकों एवं मेडिकल स्टाफ को वेंटिलेटर प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी जा रही है।