छत्तीसगढ

लालच में फंसे मंतूराम को अब चाहिए पुलिस प्रोटेक्शन

रायपुर। अंतागढ़ टेप कांड मामले में मंतूराम पवार द्वारा सनसनीखेज खुलासे के बाद उन्होंने अपनी रायपुर घर सहित कांकेर व पखांजूर में सुरक्षा की मंशा जाहिर की थी, लिहाजा करोड़ों की डील होने का बयान जारी करने के बाद उसकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।  मंतूराम ने बयान देने के बाद अपनी जान को खतरा बताते हुए डीजीपी डीएम अवस्थी से सुरक्षा की मांग की थी, जिसके बाद उनके रायपुर निवास पर 7 पुलिस कर्मियों को तैनात कर दिया है। वही दंतेवाड़ा उपचुनाव को देखते हुए मंतूराम पवार ने अपने कांकेर और पखांजूर निवास पर भी सुरक्षा मुहैया करने की मांग डीजीपी से की है।

पहली बार आया डाक्टर रमन सिंह का नाम

आपको ज्ञात हो कि अंतागढ़ टेपकांड में खरीद-फरोख्त मामले को लेकर जब-जब खबर आई तब-तब सिर्फ छत्तीसगढ़ के प्रथम पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी उनके पुत्र अमित जोगी व पुनीत गुप्ता का नाम ही सामने आया, लेकिन पहली बार मंतूराम ने 15 वर्षों से सत्ता पर एक छत्र राज करने वाला पूर्व cm डॉ. रमन सिंह का नाम आते ही मानो भूचाल आ गया। आनन फानन पूर्व cm को भी सोशल मीडिया में अपना बयान जारी करना पड़ा। खैर, दंतेवाड़ा चुनाव नजदीक है ऐसे में bjp के लिए ये बड़ा घाव नासूर बन सकता है। हालांकि विपक्ष के दिग्गजों ने इसे सरकार का दबाव व सोची समझी चाल कह रहा है। इन हालात में अब ये देखना दिलचस्प होगा कि आलाकमान इस मुद्दे को किस तरह लेते हैं और चुनाव के नतीजे क्या होगा।

राजनीतिक भविष्य व लालबत्ती की लालच में बुरे फंसे मंतूराम

मंतूराम ने पहली दफा पूर्व cm को भी निशाना बनाते हुए धारा 164 के तहत दिए अपने बयान में उन्होंने कहा है कि जब मुझे कुछ नहीं सूझ रहा था तब फिरोज सिद्दिकी और अमीन मेनन ने कहा था कि अगर तुम यह काम नहीं करोगे तो रमन सिंह तुम्हारे पूरे खानदान को नहीं छोडेंगे। झीरमघाटी की तरह ही तुम्हें पूरे परिवार के साथ मसलकर फेंक दिया जाएगा। मैं जिस क्षेत्र से आता हूं वहां यह बात चर्चित एवं स्पष्ट थीं कि झीरम घाटी हत्याकांड में बड़े नेताओं का हाथ है. मंतूराम ने अपने बयान में यह भी कहा है कि जब रमन सिंह अपनी पत्नी के इलाज के लिए विदेश गए थे तब फिरोज सिद्दिकी ( फिरोज इन दिनों जेल में हैं।)  ने किसी के फोन से उनसे बात करवाई थीं. फोन पर बातचीत के दौरान रमन सिंह ने कहा था वे लोग जो कह रहे हैं वो तुमको करना है और मैं तुमको आर्शीवाद दूंगा। मंतूराम ने बयान में साफ किया कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, अजीत जोगी और अमित जोगी मिलकर काम करते थे। यह बात उन्हें फिरोज सिद्दिकी और अमीन मेनन ने बताई थी। मंतूराम ने शपथपूर्वक दिए गए अपने बयान में यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने उसका राजनीतिक भविष्य बनाने और लालबत्ती दिलाने का आश्वासन दिया था। अंतागढ़ चुनाव को प्रभावित करने में रमन सिंह, अजीत जोगी, अमित जोगी शामिल थे। जबरन ही उनका नाम ( मंतूराम ) खराब किया गया।

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