1 जून से मंदिरों के पट खुले व पूजा-पाठ करने की मांग को लेकर CM के साथ विकास उपाध्याय की विस्तृत चर्चा

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सभी मंदिरों व धार्मिक स्थल करीब 2 माह से अधिक समय बीत चुका जो बन्द पड़ा है। न मंदिरों के पट खुल रहे हैं और न पूजा पाठ शुरू किया जा रहा है। मंदिरों व धार्मिक स्थलों में पूजा पाठ शुरू करने की माँग को लेकर कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय सामने आए। विकास उपाध्याय ने कहा हिंदुओं और विभिन्न धर्मो की आस्था हमेशा से भगवान व देवी देवताओं के पूजा पाठ और अपने अपने धार्मिक स्थलों के प्रति रही है। केन्द्र सरकार के गाइड लाइन में चूंकि मंदिरों को बंद रखने की बात कही गई है तो इस संबंध में केंद्र को भी विचार करना चाहिए जब सभी चीजों में कुछ न कुछ ढील दी जा रही है तो मंदिरों को खोलने अब विलंब करना ठीक नही होगा। विकास उपाध्याय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से मिल कर विस्तृत चर्चा की है।
भगवान और विभिन्न धर्मो पर अटूट श्रद्धा रखने वाले कांग्रेस विधायक विकास उपाध्याय ने आज छत्तीसगढ़ के मंदिरों में अविलंब पूजा पाठ शुरू किये जाने की माँग उठा कर बीजेपी के हिंदुत्व के मुद्दे को मात दे दिया है और कहा है हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है मंदिरों में पूजा पाठ जो कोरोना के चलते और केंद्र की गाइड लाइन के चलते महीनों से बंद है। जबकि इस बीच एक समय के बाद जन सामान्य के लिए विभिन्न चीजों में छूट देना शुरू हो गया है।परन्तु भगवान के द्वार अभी भी खुले नही है। जिसमें अब और विलम्भ ठीक नही होगा। विकास उपाध्याय ने कहा इस बीच कई मौके पर उनसे मुलाकात के दौरान आम लोगों ने भी इस तरह की इच्छा जाहिर करते रहे हैं। आज विकास उपाध्याय प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात कर इस संबंध में विस्तृत चर्चा की है और कहा है कि केन्द्र सरकार से सकारात्मक बात कर इस संबंध में निर्णय लिए जाने का समय है और उनसे निवेदन किया है कि सरकार इस संबंध में विचार कर 1 जून से प्रदेश के मंदिरों को खोलने निर्णय ले साथ ही जो कोरोना को लेकर नियम बनाये गए हैं। मंदिरों को सेनिटराइज कर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ भक्तों को पूजा पाठ की अनुमति वाली बात लागू रखी जाए। विकास उपाध्याय के इस मुद्दे को उठाये जाने के बाद भाजपा का हिंदुत्व का मुद्दा छत्तीसगढ़ में पीछे हो गया है और उम्मीद की जा रही है सरकार इस संबंध में अविलंब निर्णय ले और छत्तीसगढ़ में लोगों को मंदिर जाने का मौका मिल जाये और पूजा पाठ करने का भी।