Congress Chintan Shivir : सोनिया गांधी को प्रस्ताव, हर हफ्ते वर्करों से मिलें अध्यक्ष

उदयपुर, 13 मई। Congress Chintan Shivir : उदयपुर में कांग्रेस के चिंतन शिविर में पार्टी चीफ सोनिया गांधी ने अपने भाषण में बड़े बदलावों के संकेत तो दिए ही हैं लेकिन, सोनिया गांधी को भी पार्टी नेताओं की ओर से कुछ प्रस्ताव मिले हैं।
सालाना ऑडिटिंग होनी चाहिए
पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेताओं ने सोनिया गांधी से शिकायत की है कि अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ताओं से नहीं मिलतीं। इसलिए हर सप्ताह पार्टी वर्करों से अध्यक्ष को मिलना चाहिए और काम की सालाना ऑडिटिंग होनी चाहिए। हालांकि देखना बाकी है कि पिछले आठ सालों से चुनावी हार झेल रही कांग्रेस पार्टी को चिंतन शिविर कितना बूस्ट कर पाता है?
चिंतन शिविर में रखा प्लान
राजस्थान के उदयपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) का उद्घाटन हो गया। सोनिया गांधी ने अपने उद्घाटन भाषण में साफ किया कि पार्टी ने कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए बहुत कुछ कर लिया है। अब वक्त उनके कर्ज चुकाने का है। सोनिया गांधी ने कहा कि मुश्किल दौर से गुजर रहे देश में लोगों को कांग्रेस से ही उम्मीद है। लेकिन लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पार्टी को जमीनी स्तर से लेकर ऊपर तक काफी सुधार की जरूरत है।
सोनिया का नेताओं से ये आह्वान
सोनिया ने नेताओं से आह्वान किया कि आप लोग यहां कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र हैं और खूब सुझाव दीजिए, लेकिन बाहर एक ही संदेश जाना चाहिए कि हम संगठन के तौर पर एक हैं। इस तरह सोनिया गांधी ने साफ कर दिया कि वह कांग्रेस में बदलावों के लिए तत्पर हैं।
जिस तरह सोनिया गांधी ने पार्टी नेताओं को सुधारने का आह्वान किया तो उसी तरह पार्टी नेताओं की तरफ से भी सोनिया गांधी को कुछ प्रस्ताव भेजे गए हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि अर्से से कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ताओं से नहीं मिले। न ही उनकी समस्याओं पर गौर किया गया। प्रस्ताव में इस बात का जिक्र है कि पार्टी अध्यक्ष कार्यकर्ताओं से हर हफ्ते मिले और उनसे संवाद करे।
नेताओं के काम में आएगी पारदर्शिता
कांग्रेस पार्टी के चिंतन शिविर (Congress Chintan Shivir) के पहले दिन ही सुझाव दिया गया है कि पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता से लेकर सांसद तक के काम की सालाना ऑडिटिंग होनी चाहिए। सूत्र बताते हैं कि इसमें पार्टी नेताओं ने हामी भरी है। उनका मानना है कि इससे पार्टी नेताओं के काम में पारदर्शिता आएगी। ये पता लग जाएगा कि कौन काम कर रहा है और कौन नहीं।
बीजेपी पर लगाया नफरत फैलाने का आरोप
इस चिंतन शिविर की बात करते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दो टूक कहा कि संगठन के सामने अभूतपूर्व स्थिति है। उन्होंने कहा कि हमें सुधारों और रणनीति में बदलाव की सख्त जरूरत है। असाधारण परिस्थितियों का सामना असाधारण तरीके से ही किया जा सकता है। इस दौरान सोनिया गांधी ने अल्पसंख्यकों पर हमले का मुद्दा उठाते हुए जहां एक तरफ पीएम मोदी की चुप्पी पर निशाना साधा तो वहीं बीजेपी पर देश में नफरत का माहौल बनाने का आरोप भी लगाया।