Himachal Election Voting : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया मतदान
शिमला, 12 नवंबर। Himachal Election Voting : हिमाचल प्रदेश में 68 विधानसभा सीटों के लिए सुबह आठ बजे से मतदान जारी है। प्रदेश भर में बनाए गए 7,881 मतदान केंद्रों में शाम 5:00 बजे तक वोट डाले जाएंगे।
जेपी नड्डा ने परिवार के साथ डाला वोट
हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (Himachal Election Voting) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और उनकी पत्नी मल्लिका नड्डा ने बिलासपुर के मतदान केंद्र संख्या-53 विजयपुर में मतदान किया। जेपी नड्डा ने कहा कि सुबह से जिस तरह का माहौल देख रहा हूं, उससे मुझे लगता है कि लोगों में जोश है और यह जोश कुछ बेहतर करने के लिए है। मैं लोगों से बड़ी संख्या में वोट डालने का अनुरोध करता हूं।
हमीरपुर में 5.61, ऊना में 5.47, चंबा में 5.03 फीसदी मतदान हुआ है। लाहौल-स्पीति में 1.56 और सिरमौर में 6.26 फीसदी मतदान हुआ है। पूर्व मंख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने राजकीय प्राथमिक पाठशाला समीरपुर में मतदान किया। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि लोग ज्यादा से ज्यादा मतदान करें। कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ने सैनिक रेस्ट हाऊस लॉन्गवुड शिमला में मतदान किया। उन्होंने कहा कि रिवाज नहीं बदलेगा, सरकार बदलेगी, परिवर्तन होगा। आम आदमी पार्टी को कुछ नहीं मिलेगा, उनका चेहरा सामने आ गया है। वह भाजपा की बी टीम है और सिर्फ वोट काटने के लिए हैं।
राहुल गांधी ने वोटरों से की अपील
राहुल गांधी ने लोगों से अपील करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया- हिमाचल पुरानी पेंशन बहाली के लिए वोट करेगा, हिमाचल रोजगार के लिए वोट करेगा, हिमाचल हर घर लक्ष्मी योजना के लिए वोट करेगा। आइए, भारी संख्या में मतदान कीजिए, और हिमाचल की प्रगति और खुशहाल भविष्य के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दीजिए।
शिमला जिले के चौपाल में सुबह नौ बजे तक 3 फीसदी, ठियोग 6.9, कसुम्पटी 4.4, शिमला (शहरी) 6.3, शिमला (ग्रामीण) 2, जुब्बल कोटखाई 6.5, रामपुर 6.7 और रोहड़ू में 6.3 फीसदी मतदान हुआ है। शिमला जिले में सुबह नौ बजे तक कुल 5.26 फीसदी मतदान हुआ है।
चंबा जिले के चुराह उपमंडल (Himachal Election Voting) की ग्राम पंचायत बोदेड़ी के गांव कुलाला की 36 वर्षीय लालदेई दो किलोमीटर पैदल चलकर बोदेड़ी पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचीं। लालदेई 35 फीसदी दिव्यांग है। दो साल पहले बीमारी के कारण डॉक्टरों को उनकी टांग काटनी पड़ी।