गरियाबंद, 26 अक्टूबर। Doctor Chor Gang : गरियाबंद पुलिस ने एक ऐसे अंतरराज्यीय चोरी गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसके काम करने का तरीका किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। गिरोह का सरगना दिन में झोलाछाप डॉक्टर बनकर इलाज के बहाने घरों की रेकी करता था और रात में अपने किराए के चोरों से वही घर साफ करवा देता था। पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य सरगना दीप उर्फ धुर्वा मिस्त्री फिलहाल फरार है।
पति-पत्नी और पिता-पुत्र की जोड़ियां गिरोह में शामिल
एसपी निखिल राखेचा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि गिरफ्तार आरोपियों में पति-पत्नी और पिता-पुत्र की जोड़ियां शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से करीब 27 लाख रुपये के चोरी के सामान, एक ब्रेजा कार और हीरो प्रो मोटरसाइकिल जब्त की है।
दीवार के छेद से ‘रबर मैन’ की एंट्री
गिरोह की करतूतें किसी फिल्मी सीन से कम नहीं। अमलीपदर की एक मोबाइल दुकान में चोरी के दौरान चोरों ने दीवार में छोटा-सा छेद किया। गिरोह का एक सदस्य, जो बेहद दुबला-पतला था, उस छेद से किसी ‘रबर मैन’ की तरह अंदर घुस गया।
उसने न केवल 40–50 हजार रुपये तक के महंगे मोबाइल फोन चुराए, बल्कि पुलिस को चकमा देने के लिए सीसीटीवी का DVR भी उखाड़कर ले गया। हालांकि, गरियाबंद पुलिस ने सटीक तफ्तीश कर चोरी के माल को बरामद कर लिया।
कर्नाटक का मास्टरमाइंड
गिरोह का मास्टरमाइंड दीप उर्फ धुर्वा मिस्त्री, कर्नाटक का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि वह महासमुंद में एक युवती से प्रेम प्रसंग के बाद शादी कर यहीं बस गया था। अपराध की दुनिया में उतरने से पहले उसने उड़ीसा में तीन साल तक फर्जी डॉक्टर बनकर क्लिनिक चलाया था।
इसी दौरान उसने रेकी के बहाने अपराध जगत में नेटवर्क तैयार किया और चोरों को कमीशन पर काम पर रखा। पुलिस ने दीप की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि खुद दीप फरार है।
अब संपत्ति भी होगी कुर्क
एसपी निखिल राखेचा ने कहा कि अब नए कानून के तहत केवल चोरी का माल ही नहीं, बल्कि जुर्म से अर्जित संपत्ति भी जब्त की जाएगी। जैसे ही मुख्य आरोपी दीप की गिरफ्तारी होती है, उसकी संपत्ति की जांच कर उसे सीज किया जाएगा और उससे मिली रकम पीड़ितों को लौटाई जाएगी। पुलिस अब फरार मास्टरमाइंड की तलाश में जोर-शोर से अभियान चला रही है।




