CDSCO की भयावह रिपोर्ट…! छत्तीसगढ़ में बिकने वाली 9 दवाएं Substandard और 1 नकली…! एल्बेंडाजोल, पैरासिटामॉल, एमोक्सिलीन भी शामिल…देशभर में 112 दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल…जनता को सतर्क रहने की सलाह
रायपुर, 26 अक्टूबर। CDSCO : केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की सितंबर 2025 की रिपोर्ट में छत्तीसगढ़ में बिकने वाली 9 दवाओं को अमानक (Substandard) और 1 दवा को नकली (Spurious) पाया गया है। देशभर में जांचे गए कुल 112 दवाओं के सैंपल क्वालिटी टेस्ट में फेल रहे हैं। इनमें कई आम उपयोग की दवाइयां शामिल हैं, जो रोजमर्रा में लाखों मरीजों द्वारा ली जाती हैं।
छत्तीसगढ़ में 10 दवाएं संदिग्ध
रिपोर्ट के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में अमानक पाई गई दवाओं में एल्बेंडाजोल (Albendazole), पैरासिटामॉल (Paracetamol), एमोक्सिलीन (Amoxicillin) जैसी सामान्य दवाएं शामिल हैं, जो आमतौर पर बुखार, संक्रमण और पेट के कीड़ों के इलाज में दी जाती हैं।
वहीं एक नकली दवा भी पाई गई है जो मैकलियोड्स फार्मास्युटिकल्स (Macleods Pharmaceuticals) कंपनी की फंगल-इन्फेक्शन के लिए उपयोग की जाने वाली क्रीम है। इस क्रीम के सैंपल में मूल तत्व अनुपस्थित पाए गए, जिसके कारण इसे ‘स्प्यूरियस (नकली)’ घोषित किया गया है।
देशभर में 112 दवाएं क्वालिटी टेस्ट में फेल
CDSCO की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में कुल 112 दवाओं के बैच मानक गुणवत्ता पर खरे नहीं उतरे। इनमें ब्लड प्रेशर, शुगर, बुखार, संक्रमण और स्किन डिजीज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं शामिल हैं। नियामक संस्था ने इन दवाओं के निर्माता कंपनियों को नोटिस जारी करते हुए बाजार से संबंधित बैचों को वापस लेने (Recall) का निर्देश दिया है।
नियम कहता है
CDSCO हर महीने देशभर के राज्यों से दवाओं के सैंपल लेकर उनकी जांच करता है। यदि किसी दवा में एक्टिव इंग्रेडिएंट्स की मात्रा निर्धारित मानक से कम पाई जाती है या उसमें मिलावट होती है, तो उसे Not of Standard Quality (NSQ) घोषित किया जाता है। जबकि किसी दवा में घोषित तत्व न मिले या दूसरी कंपनी के नाम से बेची जाए, तो उसे Spurious (नकली) माना जाता है।
जनता को सतर्क रहने की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों से अपील की है कि दवा खरीदते समय ब्रांड, बैच नंबर और एक्सपायरी डेट अवश्य जांचें।
अगर किसी दवा के सेवन के बाद असर न दिखे या कोई असामान्य प्रतिक्रिया (Side Effect) महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
Substandard का मतलब
अमानक या मानक गुणवत्ता से कम। यानि किसी चीज़ (जैसे दवा, उत्पाद या सामग्री) की गुणवत्ता तय मानकों पर खरी नहीं उतरती। जब केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) या राज्य औषधि विभाग किसी दवा की जांच करता है और पाता है कि-
- उसमें एक्टिव इंग्रेडिएंट (औषधीय तत्व) कम मात्रा में है,
- या दवा में वह तत्व ही नहीं है जो होना चाहिए था,
- या दवा जल्दी खराब हो जाती है / असर नहीं करती,
तो ऐसी दवा को Substandard Drug (अमानक दवा) कहा जाता है।
उदाहरण
मान लीजिए, एक पैरासिटामॉल टैबलेट में 500 mg तत्व होना चाहिए, लेकिन टेस्ट में सिर्फ 250 mg ही मिला, तो वह दवा Substandard यानि अमानक कहलाएगी।




