Tragedy of Road Accident : 24 घंटे में क्रूर नियति का तांडव…! राजस्थान से तेलंगाना तक सड़क हादसों में 60 से अधिक लोगों ने गंवाई जान…कई घरों के बुझ गए चिराग
						नई दिल्ली/जयपुर, 03 नवम्बर। Tragedy of Road Accident : बीते चौबीस घंटों में देश की सड़कों पर क्रूर नियति का तांडव देखने को मिला। राजस्थान से लेकर तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश तक हुई भीषण सड़क दुर्घटनाओं ने दर्जनों परिवारों की खुशियां उजाड़ दीं। तेज रफ्तार, लापरवाही और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी ने 60 से अधिक लोगों की जान ले ली, जिनमें महिलाएं, बच्चे और पूरे परिवार शामिल हैं।
जयपुर: डंपर ने 17 वाहनों को रौंदा, 19 की मौत
राजस्थान की राजधानी जयपुर के हरमाड़ा इलाके में सोमवार दोपहर एक भयावह हादसा हुआ। तेज रफ्तार डंपर ट्रक ने 17 वाहनों को कुचल दिया, जिससे 19 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 10 से अधिक लोग घायल हुए। लोहे मंडी के पास हुए इस हादसे में सड़क पर शव बिखर गए, कारें और मोटरसाइकिलें डंपर के नीचे पिचक गईं। चश्मदीदों के मुताबिक, यह मंजर किसी नरसंहार से कम नहीं था।
तेलंगाना: RTC बस और टिपर की भिड़ंत में 19 यात्रियों की मौत
तेलंगाना के चेवेल्ला क्षेत्र में सोमवार सुबह RTC बस और टिपर लॉरी की भीषण टक्कर हो गई। टक्कर के बाद लॉरी पलट गई और उसमें भरी बजरी बस के अंदर जा गिरी। 19 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई और कई लोग घायल हुए। बस का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। चश्मदीद यात्रियों के अनुसार, ड्राइवर साइड के अधिकांश यात्री घटनास्थल पर ही मारे गए।
फलोदी, राजस्थान: श्रद्धालुओं की टेंपो ट्रैवलर खड़े ट्रक से टकराई, 15 की मौत
रविवार देर शाम भारतमाला एक्सप्रेसवे पर एक और दर्दनाक हादसा हुआ। कोलायत दर्शन से लौट रहे श्रद्धालुओं का टेंपो ट्रैवलर एक खड़े ट्रेलर ट्रक से जा टकराया। हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 10 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल थे। मृतक सभी जोधपुर के सूरसागर इलाके के निवासी बताए जा रहे हैं।
आंध्र प्रदेश: कार-ट्रक की भिड़ंत में 4 की मौत
आंध्र प्रदेश के कार्लपालेम के पास एक कार और कंटेनर ट्रक की आमने-सामने भिड़ंत में चार लोगों की मौत हो गई। परिवार शादी समारोह से लौट रहा था। ओवरटेक करते समय कार ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और ट्रक से टकरा गया।
लापरवाही और व्यवस्था पर सवाल
सिर्फ 24 घंटों में इतने बड़े पैमाने पर हुई मौतें एक बार फिर भारत की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। जयपुर में बेकाबू डंपर चालक की लापरवाही हो या तेलंगाना में गलत दिशा से आती लॉरी, हर हादसे ने सिस्टम की विफलता और लापरवाही की कीमत दर्जनों जिंदगियों से वसूल की है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल करीब 1.5 लाख लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं, यानी औसतन हर दिन 400 से अधिक मौतें। सड़कें तेज रफ्तार, खराब डिजाइन, नियमों की अनदेखी और कमजोर कानून प्रवर्तन के कारण मौत के फंदे में बदलती जा रही हैं।
इन हादसों ने न केवल परिवारों को उजाड़ा है, बल्कि यह भी दिखाया है कि सड़क सुरक्षा केवल ट्रैफिक नियमों की नहीं, बल्कि जीवन-मृत्यु की लड़ाई बन चुकी है। देशभर में इन दुर्घटनाओं को लेकर शोक और गुस्सा दोनों है।
								



