डेस्क, 10 नवंबर। Tulsi Plant : हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा सिर्फ एक पेड़ नहीं बल्कि देवी तुलसी का रूप माना जाता है। इसे भगवान विष्णु की प्रिय मानते हुए लगभग हर घर में लगाया जाता है और नियमित पूजा की जाती है। माना जाता है कि जहां तुलसी होती है, वहां सकारात्मक ऊर्जा, पवित्रता और समृद्धि का वास होता है।
लेकिन अक्सर देखा जाता है कि तुलसी का पौधा सूख जाने पर लोग उसे अनजाने में फेंक देते हैं। शास्त्रों के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना गया है। तो सवाल उठता है कि सूखी तुलसी के साथ क्या करें?
धार्मिक और सरल उपाय
- हवन या पूजा में उपयोग करें
सूखी तुलसी की टहनियों या पत्तियों को हवन सामग्री में शामिल किया जा सकता है। जब यह जलती है, तो इसकी खुशबू सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और नकारात्मकता दूर करती है। तुलसी की डंडी को बारीक घिसकर पूजा में लेप या तिलक के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। - पवित्र स्थान पर विसर्जन
यदि तुलसी का पौधा पूरी तरह सूख गया है, तो उसे किसी पवित्र नदी या सरोवर में विसर्जित कर दें। तुलसी को कूड़े में फेंकना वर्जित माना गया है। - सूखी तुलसी की माला बनाएं
सूखी टहनियों से तुलसी की माला बनाई जा सकती है, जिसे भगवान विष्णु या कृष्णजी की पूजा में उपयोग किया जाता है। इससे सात्विक ऊर्जा का संचार होता है और मन को शांति मिलती है। - तुलसी के पास दीपक जलाएं
सूखी होने के बाद भी तुलसी के स्थान पर प्रतिदिन दीपक जलाना और जल अर्पित करना शुभ माना गया है। इससे घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन विधियों (Tulsi Plant) से न केवल देवी तुलसी का सम्मान बना रहता है, बल्कि घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा भी बनी रहती है।

