आमजनों के लिए कल से खुलेंगे महामाया मन्दिर के पट…लेकिन न चढ़ेगा प्रसाद न मिलेगी चरणामृत… देखें क्या-क्या मनाही होगी
रायपुर, 7 जून। करीब ढाई महीनों के बाद कल यानी 8 जून से सभी धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय सरकार ने लिया है। हालांकि अब मंदिरों में भगवान के दर्शन करना इतना आसान नहीं होगा। कोरोना महामारी ने भक्त और भगवान के बीच एक लंबी दूरी खड़ी कर दी है।
लंबे समय से कोरोना काल के कारण बंद मन्दिरों के पट भले ही दर्शनार्थियों के लिए खुल जाएंगे, लेकिन भगवान तक पहुंचने में भक्त को सरकार द्वारा तय मापदंडों को मानकर ही दर्शन लाभ होगा। इसी कड़ी में रायपुर के चर्चित महामाया मन्दिर के पुजारी पण्डित मनोज शुक्ला ने भक्तगणों से अपील करते हुए सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करने को कहा।
उन्होंने कहा कि, आप सभी को यह सूचना दिया जा रहा है कि विगत लम्बे समय से बन्द माँ महामाया देवी मन्दिर के द्वार सोमवार 8 तारीख से आप समस्त श्रद्धालुओं के लिये खोला जा रहा है। सुबह 8 बजे से 11 बजे तक एवं शाम 4 बजे से 7 बजे तक दर्शन लाभ होगा। मन्दिर ट्रष्ट द्वारा बनाये हुए व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए आप सब माता रानी के दर्शन के लिये संशोधित मन्दिर समय मे दर्शन लाभ प्राप्त कर सकते है।
व्यवस्था व नियम इस प्रकार है
1. पार्किंग में गाड़ी रखकर , निर्धारित स्थान पर चप्पल , जूता – मोजा आदि निकाल कर रखेंगे।
2. मुख्यद्वार के पास लगे नल के पास ही डेटाल व फिटकिरी के घोल युक्त साफ पानी से हाथ धोकर , नल के पानी से पैर धोना है।
3. हाथ – पैर धो लेने के बाद गोल घेरा में लाइन लगा कर आगे बढ़ते हुए समलेश्वरी माता मंदिर के पास लगे सेंसर युक्त ऑटोमेटिक सेनेटाइजर टनल के अंदर खड़े होकर सेनेटाइज होना है।
4. वहां से आगे बढ़कर माँ समलेश्वरी देवी के बाहरी दरवाजे के बाहर से ही माता रानी के दर्शन करना है।
5. समलेश्वरी माता के दर्शन करके माँ महामाया मन्दिर में दर्शन करने जाना है।
सिंह द्वार को प्रणाम कर, उनको पार कर सीढ़ी में खड़े होकर ऊपर तीनो माता जी के दर्शन करना है फिर आंगन में हवन कुंड का दूर से हाथ जोड़कर प्रणाम करके, बाईं तरफ मुड़ कर बटुक भैरव नाथ जी के मन्दिर पास जाकर बाबा जी के दर्शन करना है।
फिर वहां से माता रानी के दर्शन के लिये सीढ़ी चढ़ना है और सीढ़ी में ही खड़े होकर माँ महामाया के दर्शन प्रणाम करना है,
वहां से भगवान भोले नाथ के दर्शन, दीवार में प्रतिष्ठित माँ दुर्गा जी दर्शन, श्री काल भैरव नाथ जी के दर्शन कर
निकास द्वार से बाहर आना है। जूता चप्पल पहन अपनी गाड़ी ले मन्दिर से वापस प्रस्थान करना है।
विशेष निवेदन
0 मास्क पहनकर आयें।
0 नारियल, फूलमाला, फल, मिठाई आदि कोई भी चढ़ावे की सामग्री माता जी को नही चढ़ाया जायेगा।
0 चरणामृत, प्रसाद आदि का वितरण नही होगा।
0 दर्शन करके तुरंत बाहर जाना है ताकि अन्य भक्तों को भी दर्शन लाभ प्राप्त हो सके।
0 परिसर में न बैठे या फोटो सेशन आदि न करें।
0 मन्दिर ट्रष्ट द्वारा बनाये गये तत्कालीक व्यवस्था का सहयोग करें।
0 मन्दिर सेवकों या सुरक्षा कर्मियों से अनावश्यक वाद विवाद या किसी तरह के नियमों का उलंघ्घन न करें।
पण्डित मनोज शुक्ला महामाया मन्दिर रायपुर 7804922620