कुख्यात सेक्सटॉर्सन गैंग का आरोपी मेवात हरियाणा से गिरफ्तार, महिला ID बनाकर किया ऐसा ब्लैकमेल कि पीड़ित मौत को लगाया गले
दुर्ग, 14 मार्च। Sextorsion Gang : थाना बोरी के दीपक देवांगन ने कुछ दिन पूर्व फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस जांच में पता चल कि दीपक की मौत सामान्य नहीं थी। अज्ञात व्यक्ति महिला ID बनाकर उसे भयानक तरीके से ब्लैकमेल कर रहा था, जिसके चलते उसने ये आत्मघाती कदम उठाया। अपराधी अब पुलिस की गिरफ्त में है। ये खुलासा दुर्ग पुलिस ने किया।
मामला कुछ ऐसा है, थाना बोरी के दीपक देवांगन के द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या किया गया था, जिस पर से थाना बोरी में मर्ग क्रमांक 10/2021 कायम कर जाँच प्रारंभ की गई। मर्ग जांच के दौरान मृतक दीपक देवांगन के घर-परिवार, दोस्त-यारों से पूछताछ करने पर पता चला कि मृतक पिछले 2-3 दिनों से परेशान था। मृतक के फोन की तकनीकी जांच से किसी अंजान लड़की द्वारा विडियो वायरल करने के नाम पर पैसे की माँग कर ब्लैकमेल करने से परेशान हो कर आत्महत्या किये जाने की पुख्ता जानकारी प्राप्त हुई। मर्ग के सम्पूर्ण जाँच के बाद अज्ञात लड़की पर थाना बोरी में अपराध कर विवेचना में लिया गया।
बनी विशेष टीम
सभी पहलूओं को ध्यान में रखते हुये पुलिस अधिकारियों ने इस तरह के अपराध करने वालो पर को लिस्टेड किया। इसका पूरा एक गैंग है। मामले की तकनीकी विश्लेषण के लिए सायबर सेल युनिट को जिम्मेदारी दी। सायबर सेल युनिट ने आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर, खाता का विश्लेषण किया, तब देश में सेक्सटॉर्शन गैंग के नाम से चर्चित मेवात हरियाणा के आरोपियों को पाईन्ट आउट किया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बी.एन. मीणा के निर्देशन में अति. पुलिस अधीक्षक शहर संजय ध्रुव, अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अनंत साहू , उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अभिषेक झा एवं उप पुलिस अधीक्षक अपराध नसर सिद्धकी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी बोरी निरीक्षक संतोष मिश्रा व निरीक्षक गौरव तिवारी सायबर सेल, निरीक्षक संतोष मिश्रा के नेतृत्व में आर. रामकृष्ण तिवारी, आरक्षक शहबाज खान, पंकज चतुर्वेदी, राजकुमार चंद्रा, जगजीत सिंह की विशेष टीम तैयार कर मेवात हरियाणा, राजस्थान के लिये रवाना किया गया।
पूरे मोहल्ले की आपराधिक पृष्ठभूमि
टीम के द्वारा आरोपियों के निवास स्थान के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई जहाँ अधिकतर लोग अपराधिक पृष्ठभूमि के थे। पुलिस टीम को आरोपियों के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं मिल रही थी। टीम द्वारा ग्राम पुनहाना, लोहिंगाखुर्द, तिगांव, चांडाका, फिरोजपुर, झिरका, गोकलपुर में लगातार केम्प कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये प्रयास कर रही थी। इसी दौरान मामले के मुख्य आरोपी वकील अहमद को ग्राम लोहिंगाखुर्द में लोकेट किया गया, लेकिन ग्राम लोहिंगाखुर्द में दो पक्षों के बीच में खूनी संघर्ष चल रहा था। गांव की दुर्गम भौगोलिक परिस्थिति तथा वहाँ की अपराधिक पृष्ठभूमि के बावजूद पुलिस टीम द्वारा काफी मशक्कत कर आरोपी को गिरफ्तार करने लगातार प्रयासरत थी।
पुलिस खेतीहर किसान बनकर दबोचा
टीम लगातार गांव के बाहर खेतीहर किसान बनकर 3 दिनों तक एम्बुस लगाकर आरोपी का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान आरोपी अपने निजी वाहन से ग्राम से बाहर घूमने निकला। उसी दौरान टीम ने 30 कि.मी. तक पीछा कर, रास्ते में घेराबंदी कर पकड़ा। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया की वह लगभग 2 वर्षों से फेसबुक पर लड़कियों के नाम से फर्जी आई.डी. बनाकर लोगों को फेसबुक में फेन्ड रिक्वेस्ट भेज रहा है। उसी दौरान मृतक दीपक देवांगन इसके झांसे में आया। आरोपी फेसबुक मैसेंन्जर के माध्यम से वीडियो कॉल करने के लिये उकसाता रहा और वीडियो कॉल लगाकर नग्न युवतियों के वीडियो चलाकर पीड़ित का अश्लील वीडियो स्क्रीन रिकार्ड कर लेता। बाद में उस वीडियो को व्हाट्सअप एवं फेसबुक पर वायरल करने की धमकी देकर मोटी रकम खातों में ट्रांसफर करवा लेता है। ये सब बात आरोपी ने पुलिस के सामने स्वीकारा है।
आरोपी वकील अहमद, लोहिंगाखुर्द थाना पुनहाना को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड लेकर दुर्ग लाया गया, जिसे न्यायालय पेश किया जायेगा। मामले में सेक्सटॉर्शन गैंग के आरोपी द्वारा अलग-अलग राज्यों के लोगों के साथ इसी तरीका वारदात से ठगी की घटना की गई है। इस संबंध में राज्यों से संपर्क कर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।
सेक्सटॉर्शन गैंग का तरीका वारदात
आरोपी सोशल मीडिया (Sextorsion Gang) पर फर्जी आईडी बनाकर उसमें खूबसूरत लड़कियों की फोटो लगाते थे, फिर आम लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते थे। जैसे ही कोई दोस्त बन जाता है उस वाट्सएप नंबर मांगकर वहाँ बातचीत शुरू करते हैं। उसके बाद उसे पूरी तरह जाल में फंसाकर वीडियो कॉल पर आने के लिए कहा जाता है। पीड़ित को कपड़े उतारने के लिए कहा जाता है। वीडियो काल पर आते ही गैंग मेंबर अश्लील वीडियो चलाते हैं। वीडियो काल को रिकार्ड करके लोगों को ब्लैकमेल करते हैं। फिर वीडियो वायरल करने के नाम पर पैसों की उगाही की जाती है।
सेक्सुअल एक्टिविटी का वीडियो रिकॉर्ड कर करते है ब्लैकमेलिंग : SP
पुलिस अधीक्षक बी.एन. मीणा ने बताया कि, सेक्सटॉर्शन का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। अपील है कि लोग शर्म संकोच न करें। सीधे पुलिस को कंप्लेंट करें। किसी अनजान से वीडियो कॉल के जरिए जुड़ना रिस्क हो सकता है। क्योंकि वीडियो के साथ आपका डेटा भी ट्रांसफर होता है। सेक्सटॉर्शन में आपकी सेक्सुअल एक्टिविटी का वीडियो रिकॉर्ड करते हैं। उस ऐप के जरिए एडिट करके ब्लैकमेलिंग के लिए तैयार कर लेते हैं।
दोबारा ब्लैकमेलिंग का रहता खतरा
अभी तक की केस स्टडी (Sextorsion Gang) से पता चला है कि लोग इनकी डिमांड मानकर रकम दे बैठते हैं। जबकि दोबारा ब्लैकमेलिंग का खतरा भी बना रहता है। वे लोग दोबारा से उस वीडियो का मिसयूज करते हैं । कई बार देखा गया है कि पहली थ्रेट काम नहीं करती तो ये लोग सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के लीगल अफसर एवं सायबर सेल के अधिकारी बनकर अप्रोच करते हैं। उसके लिए ट्रु कॉलर में अपना नंबर उसी नाम से सेव करते हैं। फिर संपर्क करते हैं कि आपके मीडिया और चैट की कंप्लेंट मिली है। इसकी पुलिस रिपोर्ट कर रहे हैं। ऐसी थ्रेट में न आएं। क्योंकि डिजिटल मीडिया में बहुत आसान है, खुद को दूसरे रूप में पेश करना।
सराहनीय भूमिका
थाना बोरी से निरीक्षक संतोष मिश्रा, आर. रामकृष्ण तिवारी, आर. शहबाज खान, पंकज चतुर्वेदी, राजकुमार चंद्रा, जगजीत सिंह एवं सायबर सेल से निरीक्षक गौरव तिवारी, शमित मिश्रा, आर. चंद्रशेखर बंजीर, आरक्षक विक्रांत यदु, विजय शुक्ला, जावेद खान।
पुलिस की अपील
- फेसबुक पर किसी भी अंजान लड़की का फ्रेन्ड रिक्वेस्ट स्वीकार न करे ।
- फेसबुक या सोशल मीडिया एप में अजॉन लोगो से दोस्ती न करें ।
- यदि आप हनी ट्रैप जैसे अपराध के शिकार हो जाने पर सायबर सेल में तुरंत संपर्क करे ।
- किसी अंजान व्यक्ति से विडियो कॉल पर बात ना करें ।