ASI Commits Suicide : दुखद खबर…! अब ASI ने खुदकुशी कर दी जान…सुसाइड नोट में IPS पूरन कुमार पर लगाए आरोप

चंडीगढ़, 14 अक्टूबर। ASI Commits Suicide : हरियाणा के रोहतक में साइबर सेल में तैनात एक एएसआई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को घटनास्थल से तीन पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज मिला है।
मृतक एएसआई ने अपने सुसाइड नोट में दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रोहतक-साइबर सेल में तैनात एएसआई ने चार पेज का सुसाइड नोट लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने एक वीडियो भी बनाया है। उन्होंने आईपीएस वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने नोट में पूरन कुमार को भ्रष्टाचारी बताया और लिखा कि पूरन कुमार ने गिरफ्तारी के डर से सुसाइड किया है। उन्होंने लिखा कि मैं अपनी शहादत देकर जांच की मांग कर रहा हूं। इस भ्रष्टाचार परिवार को छोड़ा नहीं जाए।
नोट में एएसआई ने कहा कि उसने ‘भ्रष्ट सिस्टम के खिलाफ शहादत’ दी है और इस परिवार के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, मृतक एएसआई किसी अहम केस की जांच टीम का हिस्सा था, जो आईपीएस वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार से जुड़े मामले से संबंधित थी। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है। सुसाइड नोट और वीडियो को फॉरेंसिक टीम ने कब्जे में ले लिया है।
सुसाइड नोट में क्या लिखा
अपने सुसाइड नोट में एएसआई ने लिखा, ‘संदीप कुमार S/O दयानन्द, गांव- जुलाना, जींद से हूं। मैने अपनी जिंदगी में हमेशा सच्चाई का साथ दिया है। मुझे सच्चा और नेक आदमी बहुत पसंद है मेरे दादाजी और छोटे दादाजी देश के लिए लड़े सेना में रहे। छोटे दादाजी तो 7 साल बर्मा में देश कि लड़ाई में कै में रहे। मेरी रगों में देशभक्ति है। देश और समाज से बड़ा कोई नहीं है। मैं भगत सिंह को अपना आदर्श मानता हूं क्योंकि उन्होंने देश कोआजाद करवाने में में जगाया है। लीजेंड थे।
अगर भगत सिंह जैसे ना होते तो देश क्या देश आजाद होता? वो भाग सकते थे लेकिन नहीं भागे हमारी नस्लों को प्रेरणा देता है… आज समाज में एक बड़ा मुद्दा है भ्रष्टाचार और जातिवाद। हमेशा सच्चाई और आदर्श में बाधित करते हैं। हरियाणा में IAS अधिकारी और व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार करते हैं परन्तु BJP कि सरकार में कुछ ईमानदार अफसर थे जिन्होंने काफी हद तक भ्रष्टाचार पर लगाम लगा दी है। जो डीजीपी साहब ईमानदार और निडर व्यक्ति हैं। शुरुआत में बहुत ज्यादा कठिनाईयां आई मुझे माहौल में ढलने में। पर मेरा मन हमेशा सत्य के साथ था और रहेगा।
सुसाइड नोट में उन्होंने आगे लिखा, ‘हम अपराध पर लगाम लगाने में बहुत ज्यादा प्रयास किए और काफी हद तक बहुत से अफसरों का सहयोग मिला और अच्छा मार्गदर्शन मिला। सही के लिए प्रेरित किया परंतु आईजी पूरन कुमार का तबादला रोहतक रेंज में होते ही उन्होंने भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की तैनाती आईजी दफ्तर में कर दी और ईमानदार कर्मठ कर्मियों का तबादला कर दिया।उन्होंने जातिवाद का जहर हमारे मुलाजिमों में घोला। मुलाजिमों को आईजी दफ्तर में बुलाकर फाइलों के नाम पर डराकर पैसे लिए और बिना शिकायत के रोहतक रेंज से फाइलें मंगाकर उनमें छोटी- मोटी कमियां निकालकर उन्हें मेंटली टॉर्चर किया।
एसआईएस सुनील, गनमैन सुशील पैसे ऐंठते थे। महिला पुलिस को ऑफिस में बुलाकर ट्रांसफर के नाम पर परेशान करके यौन शोषण किया गया और सामान्य नागरिकों, व्यापारियों को बुलाकर फिजिकली और मेंटली टॉर्चर किया गया और मोटी रिश्वत ऐंठी गई। अपराध को बढ़ावा ही नहीं दिया बल्कि जुल्म की पराकाष्ठा की।’