रायपुर, 12 सितम्बर। CM ki Bhent Mulakat : छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने प्रदेशव्यापी भेंट-मुलाकात अभियान का आगाज इसी वर्ष बीते 4 मई से किया था। इसकी अगली कड़ी में मुख्यमंत्री बघेल 12 सितंबर से 15 सितंबर तक रायगढ़ जिले के लैलूंगा, खरसिया और धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहेंगे और आमजनता से भेंट-मुलाकात करेंगे।
लैलूंगा, खरसिया व धरमजयगढ़ विस क्षेत्र के दौरे पर
उल्लेखनीय है कि भेंट-मुलाकात अभियान के पीछे मुख्यमंत्री का उद्देश्य आमजन, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक-व्यापारिक संगठनों से सीधे चर्चा कर शासकीय योजनाओं का जमीनी स्तर पर क्रियान्यवन की हकीकत को जानना और जनसमस्याओं से रूबरू होना है। वहीं मुख्यमंत्री बघेल जहां भी आमजन से भेंट-मुलाकात के लिए जा रहे हैं, वहां जनआकांक्षाओं के अनुरूप घोषणाएं भी कर रहे हैं, जिनमें शासन-प्रशासन के स्तर पर त्वरित अमल भी किया जा रहा है।
गौरतलब है कि 4 मई से शुरू हुए भेंट-मुलाकात (CM ki Bhent Mulakat) अभियान में मुख्यमंत्री बघेल अब तक 15 जिलों की 28 विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं। इसमें सरगुजा संभाग की 14 विधानसभा क्षेत्र, बस्तर संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्र, बिलासपुर संभाग में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले की मरवाही विधानसभा व रायगढ़ जिले के रायगढ़ विधानसभा का दौरा कर चुके हैं। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल न केवल आम जनता से राज्य शासन की योजनाओं पर फीडबैक ले रहे हैं, बल्कि स्थानीयजनों की मांग पर क्षेत्र के विकास के लिए मौके पर ही अनेक घोषणाएं भी कर रहे हैं साथ ही शिकायत आने पर भी उसका तत्काल निराकरण किया जा रहा है।
आम जनता से लेंगे योजनाओं का फीडबैक
मुख्यमंत्री आम जनता से योजनाओं का फीडबैक लेने के साथ ही दौरा कार्यक्रम के दौरान विधानसभाओं में स्थित स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, शासकीय प्राथमिक शालाओं, आंगनबाड़ियों, तहसील कार्यालय, स्वास्थ्य केंद्रों, राशन दुकानों एवं अन्य सरकारी कार्यालयों का भी निरीक्षण कर वहां पर व्यवस्था की जानकारी ले रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री आवश्यक सुधार के निर्देश एवं आवश्यक कार्रवाई भी कर रहे हैं।
स्कूलों में बच्चों से भेंट-मुलाकात (CM ki Bhent Mulakat) कर उनके द्वारा बच्चों से बातचीत कर स्कूल में अध्यापन एवं अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी भी ली जा रही है। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम को लेकर प्रदेश की जनता भी उत्साह में है एक ओर उन्हें अपने मुख्यमंत्री से सीधे संवाद का मौका मिल रहा है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री की तत्काल निराकरण की पहल से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के प्रति जनता का विश्वास और उत्साह दुगुना हुआ है।