छत्तीसगढराज्य

Electrical Contract Worker : सियासी बवाल, BJYM ने निकाला पैदल मार्च

रायपुर, 24 अप्रैल। Electrical Contract Worker : शनिवार की सुबह बिजली ठेका कर्मचारियों और पुलिस के बीच झड़प का मामला अब सियासी रंग लेता जा रहा है। शाम को तेज बारिश के बावजूद इन कर्मचारियों का समर्थन करने भाजपा युवा मोर्चा के नेताओं ने पैदल मार्च निकाला। अंबेडकर चौक से ये पैदल मार्च आजाद चौक तक के लिए निकाला गया। इस दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष श्रीचंद सुंंदरानी, भायुमो नेता आकाश तिवारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

पैदल मार्च (Electrical Contract Worker) के दौरान BJYM के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा- कल रात से प्रशासन युवाओं की आवाज को कुचलने का काम कर रहा हैं। अचानक युवाओं को धरना स्थल से हटाने के लिए बल प्रयोग किया गया। वो 45 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। कोई अधिकारी इनकी बात नहीं सुन रहा। मगर BJYM इन युवाओं के साथ है।

सिटी एसपी बोले-कार्रवाई होगी

रायपुर शहर के सिटी एसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि 10 मार्च से धरने पर छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के लोग बैठे थे। दो से तीन बार विधानसभा और सीएम हाउस का इन्होंने घेराव किया। अलग-अलग मौकों पर 6 से 7 बार आवागमन को बाधित किया गया था। ये फिर से घेराव करने निकले थे इन्हें रोका गया। ये नहीं माने और जिद करके सड़क पर बैठ गए थे। रात भर सड़क को बाधित किए हुए थे। सुबह उग्र होने लगे। इन्हें पुलिस के द्वारा रोका गया। खदेड़ा गया । पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की गई इस मामले में भी कुछ प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई करेंगे।

डिपार्टमेंट ने जारी कर दिया काम पर लौटने का नोटिस

छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने लंबे समय से अनुपस्थित संविदाकर्मियों को काम पर लौटने नोटिस जारी कर दिया है। कंपनी प्रबंधन ने 21 अप्रैल को आंदोलनरत संविदाकर्मियों से बात की है। उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है। श्रम न्यायालय द्वारा संविदा कर्मियों की मांगों का परीक्षण किया गया और हड़ताल को स्थगित कर काम पर लौटने को कहा गया था, संविदा कर्मचारियों द्वारा उस आदेश का पालन नही करते हुए हड़ताल को जारी रखा गया। अब पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी ने इन्हें नोटिस भेजकर काम पर लौटने को कहा है।

इस वजह से आंदोलन

छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कम्पनी (Electrical Contract Worker) में लाइन परिचारक संविदा कर्मियों को दो साल के संविदा/परिवीक्षा अवधि पूर्ण करने पर नियमित करने की परम्परा रही है। कर्मचारियों का दावा है कि राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण विद्युत संविदा कर्मियों का नियमितीकरण नहीं हो रहा है। 26 से अधिक संविदा कर्मियों का काम के दौरान हादसों में निधन हो गया है। इसलिए विद्युत संविदा कर्मी अपने नियमितीकरण और अनुकम्पा नियुक्ति का मांग कर रहे हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button