रायपुर, 10 अप्रैल। Inspection of Schools : जिले के निजी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया, इस दौरान 16 स्कूलों में गंभीर अनियमितता पाई जाने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
आपको बता दें कि निजी स्कूल सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के तहत चलाए जाते हैं। स्कूलों में नियमों का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच के लिए जिला शिक्षा कार्यालय की 5 टीमों और विकासखंड स्तर की 4 टीमों द्वारा 16 गैर सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण दल ने किया भौतिक सत्यापन
निरीक्षण दल ने विद्यालयों में बच्चों द्वारा उपयोग में लाई जाने वाली यूनिफार्म, पुस्तक खरीदी के संबंध में जानकारी ली। इसके साथ ही शिक्षा के अधिकार अधिनियम-2009 के अनुसार पढ़ने वाले बच्चे भौतिक रूप से शाला में उपस्थित हो रहे है या नहीं का भी भौतिक सत्यापन किया गया ।
आज निरीक्षण में निरीक्षण दलों द्वारा परीक्षण किया गया कि स्कूल द्वारा निर्धारित शुल्क, फीस नियामक समिति द्वारा अनुमोदित है या नहीं। फीस वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक हुई है या नहीं। इसके अतिरिक्त स्कूलों में अग्निशमन यंत्र पेय जल, शौचालयों की साफ-सफाई, अध्यापन कक्ष की व्यवस्था, शिक्षकों एवं बच्चों की उपस्थिति, बच्चों का (कोविड-19) टीकाकरण का भी निरीक्षण किया गया।
अधिक शुल्क वसूलते पाए
निजी स्कूलों के निरिक्षणों में अभनपुर के नवकार पब्लिक स्कूल नवापारा में फीस समिति द्वारा 8 प्रतिशत शुल्क वृद्धि का अनुमोदन किया गया, परन्तु शाला प्रबंधन द्वारा अनुमोदित 8 प्रतिशत से अधिक फीस लेना पाया गया। इस संबंध में संबंधित शाला प्रबंधक और अध्यक्ष को नोटिस जारी किया गया है।
नोडल अधिकारी को भी नोटिस
गोबरा नवापारा स्थित के.पी.एस.स्कूल द्वारा निरीक्षण (Inspection of Schools) टीम को कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया जा सका। उन्हें तत्काल नोटिस देते हुए समस्त दस्तावेज के साथ कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये है। साथ ही संबंधित शासकीय विद्यालय के नोडल अधिकारी को भी नोटिस जारी किया जा रहा है।
यह है बड़े स्कूलों का हाल
इसी प्रकार अशासकीय विद्यालय कांगेर वैली एकेडमी रायपुर के प्राचार्य ने निरीक्षण अधिकारियों को शुल्क निर्धारण समिति से संबंधित कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने एवं समिति के गठन एवं विद्यालय द्वारा खरीदी के लिए दुकानें स्थापित करने के संबंध में तत्काल नोटिस देते हुए कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए।
अशासकीयविद्यालय रेडिएंट वे स्कूल रायपुर के निरीक्षण में विद्यालय द्वारा विभागीय मान्यता संबंधी कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराया गया। विद्यालय परिसर में विद्यालय प्रबंधन द्वारा ही पुस्तक-कॉपी का विक्रय किया जा रहा है।
स्वामी आत्मानंद विद्यापीठ तिल्दा को विभागीय मान्यता कक्षा नर्सरी से आठवी तक प्राप्त है। विद्यालय द्वारा RTE के अन्तर्गत नर्सरी कक्षा के स्थान पर KG 1 में प्रवेश दिया जाना पाया गया।
कृष्णा पब्लिक स्कूल डूण्डा रायपुर में मान्यात संबंधी एवं अन्य दस्तावेज का रख-रखाव सही तरीके से नहीं है, जिसके लिए शाला प्रबंधन और अध्यक्ष को नोटिस देने के साथ ही समस्त दस्तावेज के साथ जिला कार्यालय रायपुर में उपस्थित होने के निर्देश दिये गये।
इसी तरह छत्तीसगढ़ नगर भामाशाह स्कूल में अध्यापन कक्ष एवं प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी पाई गई। फीस वृद्धि नहीं की गई किन्तु फीस समिति की बैठक एवं अनुमोदन प्राप्त नहीं किया गया है। शासन द्वारा स्कूल को उपलब्ध कराई गई पाठ्य पुस्तकों का वितरण भी बच्चों को नहीं किया गया।
दिल्ली पब्लिक स्कूल एवं रेडियन्ट वे (Inspection of Schools) स्कूल में सकारात्मक पहल पाई गई। जो छात्र-छात्रा गम्भीर बीमारी या जिनके पिता नही है, उन बच्चों को 100 प्रतिशत या 50 प्रतिशत की छूट प्रादन की गई है।