छत्तीसगढ

कांग्रेस में संस्कार हीनता चरम पर: उपासने

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस विधायकों-मंत्रियों की असंसदीय व उच्छृंखल टिप्पणियों को प्रदेश के राजनीतिक परिवेश को प्रदूषित करने वाला बताया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने कहा है कि इन दिनों कांग्रेस के मंत्री-विधायक जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, उससे कांग्रेस की राजनीतिक गिरावट और संस्कारहीनता का परिचय मिल रहा है।
भाजपा प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि गुरुवार को एक कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक वृहस्पति सिंह ने किसानों को उनकी समस्या व कर्जों की परेशानी के मद्देनजर अधिकारियों को जूता मारने की नसीहत दे दी। इससे पहले कांग्रेस सरकार के मंत्री कवासी लखमा ने शिक्षक दिवस के एक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों को नेता-मंत्री बनने के लिए एसपी-कलेक्टर की कॉलर पकड़ने की नसीहत दी थी। महासमुंद के कांग्रेस विधायक विनोद चंद्राकर एयर इंडिया की एयर होस्टेस के साथ बदसलूकी की शिकायत से जूझ रहे हैं, जिन पर एयर इंडिया ने सख्त रवैया अपनाया है। उधर दंतेवाड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा की बेटी मतदाताओं व अफसरों को कांग्रेस के लिए वोट करने और काम करने के लिए खुलेआम धमका रही हैं तो कांग्रेस के ही कुछ लोग दंतेवाड़ा में जकांछ प्रत्याशी सुजीत कर्मा पर दबाव डाल रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता श्री उपासने ने कहा कि कांग्रेस का यह राजनीतिक चरित्र हैरतभरा नहीं हैं। सत्ता के मद में चूर कांग्रेस नेताओं का अहंकार शुरु से लोकतंत्र, भारतीय संस्कारों, उच्च आदर्शों और जनादेश का घोर अपमान करता आया है। प्रदेश के कांग्रेस विधायकों-मंत्रियों व दीगर नेताओं का यह आचरण कांग्रेस के इतिहास से लेकर वर्तमान तक को आईने में साफ दिखा रहा है। लोकतांत्रिक परम्परा, संसदीय शुचिता और सामाजिक सद्भाव-समरसता के प्रति कांग्रेस ने कभी सम्मान का प्रदर्शन किया ही नहीं। भय, आतंक और हिंसा के जरिये अपने राजनीतिक प्रभुत्व को स्थापित करने की शर्मनाक चेष्टा कांग्रेस के लोग पहले भी करते रहे हैं और अब भी कर रहे हैं। महात्मा गांधी की अहिंसा के कसीदे पढ़-पढ़कर देश-प्रदेश को भरमाते कांग्रेस नेता इस हिंसावादी मानसिकता के साथ छत्तीसगढ़ के सौम्य-शांत व सद्भावनापूर्ण राजनीतिक व सामाजिक परिवेश को प्रदूषित करने में लगे हैं। इसके लिए प्रदेश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। श्री उपासने ने कांग्रेस नेतृत्व से इन बयानों के मद्देनजर विधायकों-मंत्रियों पर कड़ी कार्रवाई करने और प्रदेश से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा है।

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