छत्तीसगढ

RP सिंह ने रमन सिंह के खिलाफ राज्यपाल से की शिकायत, 10 साल में 1500 गुना आय अर्जित करने का लगाया आरोप

रायपुर, 1 मई। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और उनके बेटे पूर्व सांसद अभिषेक सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अब कांग्रेस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में FIR दर्ज करने की मांग की है। इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने शनिवार को 17 पेज का गोपनीय दस्तावेज सहित ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा है। आरोप लगाया है कि 10 वर्षों में उनकी संपत्ति 1500 गुना बढ़ी है। मामले की जांच इनकम टैक्स और ED (प्रवर्तन निदेशालय) से कराने की मांग की है।

कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने आरोप लगाए कि कवर्धा जिले के ठाठपुर के मूल निवासी डॉ. रमन सिंह 1998 में विधानसभा चुनाव में हार के बाद 2003 तक कर्ज में डूबे थे। मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले डॉ. सिंह एक आयुर्वेद डॉक्टर थे। उनकी पत्नी वीणा सिंह और पुत्र अभिषेक सिंह के पास आय का कोई अन्य साधन नहीं था। आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बनने के बाद 15 सालों में राज्य में कई घोटाले किए। जिसकी जांच CBI कर रही है।

राज्य में करोड़ों का ई-टेंडरिंग घोटाला हुआ, CAG की रिपोर्ट में जिक्र
आरोप लगाया कि डॉ. सिंह के कार्यकाल में करोड़ों का ई-टेंडरिंग घोटाला हुआ। इसका आधार CAG की रिपोर्ट है। मामले में FIR दर्ज कर ACB जांच कर रही है। आशंका है कि भ्रष्टाचार के जरिए उन्होंने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। उनके पुत्र अभिषेक सिंह 2014 में राजनांदगांव से सांसद चुने गए। आरोप है कि उसके बाद उनकी संपत्ति में भी बड़ी वृद्धि हुई। पनामा घोटाले के पेपर लीक मामले में भी उनका नाम अभिषाक सिंह के रूप में दर्ज है।

PMO ने भी 4 दिन पहले पत्र भेजकर उचित कदम उठाने को कहा
इसी मामले में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने भी PMO में शिकायत की थी। इस संबंध में दिल्ली से प्रदेश शासन को पत्र भेजा गया। इसमें उचित कदम उठाने की बात कही गई है। 4 दिन पहले विनोद तिवारी ने भी मुख्य सचिव को ई E-mail भेजकर जांच की मांग की थी। हालांकि आय से अधिक संपत्ति के आरोपों को लेकर अक्सर कई मौके पर डॉ. रमन सिंह ने नकारते रहे हैं। उन्होंने इसे सिर्फ सियासी साजिश करार दिया है।

4 अगस्त को प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई थी शिकायत
4 अगस्त साल 2020 में कांग्रेस नेता विनोद तिवारी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से डॉ. रमन सिंह और उनके बेटे अभिषेक सिंह की शिकायत की थी। तब PMO ने शिकायत रजिस्टर कर केस अवर सचिव को ट्रांसफ़र कर दिया था। विनोद ने कहा कि डॉ. रमन सिंह छत्तीसगढ़ राज्य के 2003 से 2018 तक CM रहे। उनके परिवार के पास आय का स्रोत नहीं है। चुनावी शपथ पत्र में सोना, जमीन, नगद बैंक FD की जानकारी दी थी।

Related Articles

Check Also
Close
Back to top button