छत्तीसगढ

Unlock School : प्रदेश में स्कूल खोलने को शिक्षा मंत्री ने कहा चुनौती,कोरोना प्रोटोकॉल पर…..

रायपुर, 23 जुलाई। छत्तीसगढ़ में 2 अगस्त से स्कूल खोलने कैबिनेट में मुहर लगने के बाद शिक्षा विभाग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कोरोना संक्रमण से निपटने शिक्षकों को वैक्सीन लगाना अनिवार्य कर दिया है। मंत्री ने अधिकारीयों को आदेश दिया है कि बिना वैक्सीन लगाए शिक्षकों को स्च्होल न आने दिया जाये।

बताया जा रहा है कि हाई स्कूल के तकरीबन 80 फीसद शिक्षकों ने वैक्सीन लगवा लिया है। वहीँ जो शिक्षक अभी तक नहीं लगाए हैं वो भी 2 अगस्त के पहले लगा लेंगे।

स्कूल खोलना है एक चुनौती: टेकाम

स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.टेकाम की माने तो स्कूल खोलने में कोरोना संक्रमण की चुनौती काफी है। लेकिन बच्चों के भविष्य को देखकर इसे स्वीकार करना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बीते 2 सालों से कोरोना संक्रमण की वजह से बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रदेश के सभी स्कूल बंद है। अब कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करते हुए हाई स्कूल के विद्यार्थी 2 अगस्त से स्कूल पहुंचेगे। इसमें भी 50 प्रतिशत की उपस्थिति रखने स्कूल प्रबंधनों को आदेश दिया गया है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि टीका की आपूर्ति नहीं होने के कारण टीका लगाने में दिक़्क़त आ रही है। टीका सप्लाई समय में होती है तो आज तक शत प्रतिशत टीकाकरण हो जाता।

स्कूल में गाइडलाइन पालन अनिवार्य

स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल में थर्मल मशीन,सैनेटाइजर की व्यवस्था में कोई भी कोताही नहीं बरतने का निर्देश भी दिया गया है। साथ ही सभी विद्यार्थियों को मास्क पहनकर आना भी अनिवार्य किया गया है। यदि किसी छात्र-छात्राओं को खांसी या बुखार हो तो उसे कक्षा में प्रवेश नहीं दिए जाने के बात भी कही गई है,जिससे दूसरे बच्चे सुरक्षित रहे।

मंत्री ने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल के पालन की निगरानी के लिए स्कूल के शिक्षक, प्राचार्य, बीईओ और डीईओ को महती जिम्मेदारी दी गई है। निगरानी में किसी प्रकार की लापरवाही होने पर सख्त कार्रवाई सम्बन्धित लोगों पर की जाएगी। साथ ही शिक्षा मंत्री ने पालकों से भी अपील की है। उन्होंने कहा है कि बच्चों को स्कूल भेजते समय पालक कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए बच्चों को मास्क पहनाएं और यदि बच्चों को सर्दी खांसी बुखार हो तो स्कूल कतई न भेजें।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश की पॉजिटिविटी दर 0.5 प्रतिशत है। संक्रमण कम होने की स्थिति में ही प्रदेश में स्कूल और कॉलेज खोलने का निर्णय लिया गया है। वहीँ विशेषज्ञों की माने तो कोरोना के तीसरे लहर में बच्चे अधिक प्रभावित होंगे,जिसे दरकिनार भी नहीं किया जा सकता। इसके बाद भी राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़ में 2 अगस्त से स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है,जो कितना सफल साबित होगा ये तो समय ही बताएगा।

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