व्यापार

Vocal for Local : कैट रिपोर्ट का खुलासा…! दिवाली 2025 ने तोड़े सारे रिकॉर्ड…6.05 लाख करोड़ की बिक्री…छत्तीसगढ़ में ₹16,000 करोड़ का व्यापार…यहां देखें क्षेत्रवार बिक्री का ब्योरा

रायपुर, 24 अक्टूबर। Vocal for Local : इस वर्ष की दिवाली भारत के खुदरा व्यापार इतिहास में रिकॉर्डतोड़ आर्थिक सफलता लेकर आई। देशभर में वस्तु और सेवाओं के कारोबार में कुल ₹6.05 लाख करोड़ का व्यापार हुआ, जिसमें ₹5.40 लाख करोड़ का वस्तु व्यापार और ₹65,000 करोड़ का सेवा व्यापार शामिल है।

यह आंकड़ा अब तक का सबसे बड़ा त्योहारी कारोबार है, जिसने न केवल भारत की आर्थिक क्षमता बल्कि ‘वोकल फॉर लोकल’ और स्वदेशी भावना को भी नई पहचान दी है।

CAT की रिपोर्ट में खुलासा

देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने अपनी अनुसंधान शाखा कैट रिसर्च एंड ट्रेड डेवलपमेंट सोसाइटी की रिपोर्ट ‘दिवाली त्यौहार बिक्री 2025’ जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ में लगभग ₹15,250 करोड़ से ₹16,000 करोड़ का व्यापार हुआ।

CAIT के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन एवं राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड (भारत सरकार) के सदस्य अमर पारवानी, प्रदेश चेयरमैन जितेन्द्र दोशी, प्रदेश अध्यक्ष परमानंद जैन, प्रदेश महामंत्री सुरेन्द्र सिंह, और कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि इस वर्ष का त्योहारी व्यापार पिछले वर्ष की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक रहा।

मोदी सरकार की नीतियों का असर

अमर पारवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘जीएसटी दरों में राहत’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ जैसे अभियानों के जरिए व्यापार और उपभोग दोनों को नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री का स्वदेशी दिवाली का संदेश जनता के बीच गहराई से गूंजा। 87% उपभोक्ताओं ने भारतीय वस्तुओं को विदेशी उत्पादों पर प्राथमिकता दी।

रिपोर्ट में बताया गया कि भारतीय निर्मित वस्तुओं की बिक्री में 25% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि चीनी उत्पादों की मांग में उल्लेखनीय गिरावट आई।

क्षेत्रवार बिक्री का ब्योरा

श्रेणीप्रतिशत बिक्री
किराना एवं FMCG12%
सोना–चाँदी10%
इलेक्ट्रॉनिक्स/इलेक्ट्रिकल्स8%
रेडीमेड परिधान7%
गिफ्ट आइटम7%
कंज्यूमर ड्यूरेबल्स7%
होम डेकोर / फर्नीचर5%
मिठाई, नमकीन, पूजन सामग्री5%
वस्त्र4%
फल, मेवे, बेकरी, फुटवियर आदि11%
अन्य विविध वस्तुएँ19%

सेवा क्षेत्र में पैकेजिंग, हॉस्पिटैलिटी, टैक्सी, ट्रैवल, इवेंट मैनेजमेंट, मैनपावर और डिलीवरी सेवाओं में भी जबरदस्त उछाल दर्ज किया गया। रिपोर्ट में बताया गया कि व्यापारी और उपभोक्ता दोनों का आत्मविश्वास बढ़ा है।

  • ट्रेडर कॉन्फिडेंस इंडेक्स (TCI): 8.6/10
  • कंज्यूमर कॉन्फिडेंस इंडेक्स (CCI): 8.4/10

सर्वे में शामिल 72% व्यापारियों ने माना कि जीएसटी दरों में कटौती से उनकी बिक्री में सीधी बढ़ोतरी हुई।

रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी उछाल

त्योहारी व्यापार से देशभर में करीब 50 लाख अस्थायी रोजगार सृजित हुए। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों ने कुल व्यापार में 28% योगदान दिया, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था के सशक्तीकरण का संकेत है।

सरकार को दिए गए सुझाव

CAIT ने केंद्र सरकार को कुछ प्रमुख सुझाव दिए हैं, छोटे व्यापारियों के लिए जीएसटी प्रक्रियाओं को सरल बनाया जाए।टियर-2 और टियर-3 शहरों में लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउस हब विकसित किए जाएँ। डिजिटल भुगतान पर बैंक कमीशन समाप्त कर डिजिटलीकरण को बढ़ावा दिया जाए। शहरी बाजारों में ट्रैफिक, पार्किंग और अतिक्रमण प्रबंधन को सुदृढ़ किया जाए।

‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में बड़ा कदम

श्री पारवानी ने कहा, यह दिवाली समृद्धि, राष्ट्रवाद और आर्थिक आत्मविश्वास का प्रतीक रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का खुदरा व्यापार क्षेत्र आत्मनिर्भर भारत की रीढ़ बन चुका है, जो परंपरा, तकनीक और विश्वास का संगम प्रस्तुत करता है।

Related Articles

Check Also
Close
Back to top button