नई दिल्ली, 21 अगस्त। Weather Report : मानसून के दूसरे दौर की बारिश अब लोगों के लिए जानलेवा साबित होने लगी है। देश के पांच राज्यों से तबाही की खबर सामने आ रही है जहां 24 घंटों में भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से 33 लोगों की मौत हुई, जबकि 17 लापता हैं। हिमाचल में 22 लोगों की मौत हुई है। सबसे अधिक तबाही मंडी, कांगड़ा और चंबा में हुई। वहीं, उत्तराखंड में चार ने जान गंवाईं। इसके अलावा ओडिशा में चार, जम्मू-कश्मीर में दो और झारखंड में एक की मौत हुई। इस बीच कई इलाकों में बाढ़ का अलर्ट भी जारी किया गया है।
यूपी के कई जिलों में बाढ़ का अलर्ट
पहाड़ों पर हुई बारिश के बाद शनिवार को गंगा, कोटावाली और मालन नदी (Weather Report) का जलस्तर बढ़ गया है। संगम नगरी प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों ही नदियों में आई बाढ़ अब लोगों के लिए बड़ी मुसीबत का सबब बनती जा रही है। बाढ़ का पानी अब रिहायशी इलाकों में भी घुसने लगा है। बिजनौर बैराज पर तैनात अवर अभियंता पीयूष कुमार ने बताया कि खादर क्षेत्र के फतेहपुर प्रेम गांव के समीप 24 घंटे से गंगा का कटान चल रहा था। जिसे रोकने के लिए स्थानीय ग्रामीण जुटे हुए हैं।
हरिद्वार के भीमगौडा बैराज से भी संपर्क साधकर गंगा के जलस्तर बढ़ने घटने की जानकारी ली जा रही है। हमीरपुर में अब यमुना और बेतवा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बुधवार को फिर से डैमों से चार लाख से अधिक क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बेतवा नदी उफना गई जिससे कई गांवों का संपर्क कट गया है। फतेहपुर प्रेम के समीप कच्चे तटबंध को दुरुस्त करने के लिए ग्राम पंचायत मानपुर और रठौरा कलां के सैकड़ों श्रमिक लगाए गए हैं।
बिहार-ओडिशा-पौंग बांध के कई जिलों में बाढ़ का खतरा
बिहार के कई जिलों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इन जिलों में बक्सर, पटना, भोजपुर ,सारण शामिल हैं। इसके अलावा सहरसा, कटिहार, खगड़िया में भी बाढ़ का पानी निचले इलाके में प्रवेश कर गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। गंगा का जलस्तर बढ़ने से बक्सर के नियाजीपुर पंचायत के श्रीकांत राय के डेरा पूरी तरह से बाढ़ के पानी के जद में आ गया है।
पौंग बांध का जलस्तर 1374.78 फुट पहुंच गया है। हिमाचल के कांगड़ा व पंजाब के होशियारपुर, गुरदासपुर, पठानकोट, मुकेरियां, दसूहा, जवाली, इंदौरा, नूरपुर, फतेहपुर, जवाली, तलवाड़ा, हाजीपुर और इंदौरा के लिए अलर्ट जारी किया है। शाह नहर बैरेज व ब्यास से पानी छोड़ा जा सकता है। ओडिशा के 10 जिलों बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। बाढ़ के कारण कई जिलों की नदियां उफान पर हैं। साथ ही प्रदेश के निचले स्तर में पानी घुसने से कई लोग बेघर हो गए हैं।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
भारत मौसम विभाग ने कहा है कि उत्तर पश्चिमी छत्तीसगढ़ (Weather Report) और इससे सटे पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और दक्षिण पूर्व यूपी पर गहरा दबाव कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल गया। यह उत्तर मध्य प्रदेश में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ना जारी रखेगा और अगले 24 घंटों के दौरान एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर होगा।