निगम व्हाईट हाउस पहुंचे 36 नवपदस्थ डिप्टी कलेक्टर, योजनाओं सहित नगर की अन्य गतिविधियों से कराया अवगत
रायपुर। छत्तीसगढ शासन द्वारा नवपदस्थ 36 डिप्टी कलेक्टर्स रायपुर नगर पालिक निगम मुख्यालय व्हाईट हाउस पहुंचे। व्हाईट हाउस में रायपुर निगम के अधिकारियों ने नवपदस्थ डिप्टी कलेक्टर्स का आत्मीय स्वागत किया।
निगम अपर आयुक्त पुलक भट्टाचार्य ने सभी नवपदस्थ डिप्टी कलेक्टर्स का स्वागत किया। अपर आयुक्त श्री भट्टाचार्य ने निगम कार्यपालन अभियंता राजेष शर्मा, सहायक अभियंता निषीकांत वर्मा, उपअभियंता विकास साहू की उपस्थिति में निगम मुख्यालय के तृतीय तल के सभा कक्ष में शासन द्वारा हाल ही में नवपदस्थ 36 प्रषिक्षु डिप्टी कलेक्टर्स को रायपुर नगर पालिक निगम के प्रषासनिक कामकाज एमआईसी, सामान्य सभा की बैठक कार्यवाही सहित केन्द्र सरकार, राज्य शासन एवं नगर निगम की विकास व निर्माण योजनाओं उनके क्रियान्वयन एवं लोककल्याणकारी कार्यो की गतिविधियों शहर की जनता के मध्य उन्हें जागरूक बनाने होने वाली गतिविधियों नगर निगम रायपुर में नगरवासियों के लिये स्वच्छता की जनषिकायतों के त्वरित निदान हेतु प्रारंभ की गई महापौर स्वच्छता हेल्प लाईन 9301953294 के संबंध में जानकारी दी । उन्होने नगर निगम रायपुर के मुख्यालय के विभिन्न विभागों एवं उनके क्रिया कलापों व गतिविधियों सहित सभी 8 जोनो एवं उसके माध्यम से वार्डो में संचालित कार्यो एवं शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन, जनसमस्याओं को सुनकर उनके निदान की कार्यवाही से विस्तार के साथ अवगत कराया।
निगम अधिकारियों ने शासन के नवपदस्थ प्रशिक्षु डिप्टी कलेक्टर्स को अपने प्रषासनिक अनुभव के आधार पर प्रषासनिक कामकाज के गुर सिखलाये। उन्होने सुझाव दिया कि प्रषासनिक अमले में कार्य के दौरान ड्यूटी में अधिकारियों को सदैव अनुषासन, धैर्य, सहनषीलता एवं संवेदनषीलता के साथ शासन की लोककल्याणकारी मंषा के अनुरूप योजनाओं के त्वरित क्रियान्वयन एवं पात्रों तक वांछित लाभ सहजता से उपलब्ध करवाने सदैव जागरूक व सजगता के साथ अपने प्रषासनिक कार्य दायित्वों का गंभीरता व ईमानदारी से निर्वहन करने का कार्य करना चाहिए। अपर आयुक्त श्री भट्टाचार्य ने कहा कि यह आवष्यक नहीं होता कि हर बार आए हुए व्यक्ति का कार्य हो जाये। किंतु संबंधित व्यक्ति को यह विष्वास होना चाहिए कि उसका कार्य शीघ्र ही प्रक्रिया के तहत होगा। जो भी व्यक्ति नगर निगम या शासन के कार्यालय में पहुंचे । वापस जाते समय उसके चेहरे पर मुस्कान दिखे। ऐसा कार्य संवेदनषीलता के साथ जनषिकायतों को सुनकर उसके त्वरित निदान हेतु अधिकारियों को सहजता से निरंतर करना चाहिए।