
नई दिल्ली, 25 मई। देश के बड़े बिज़नेसमैन रतन टाटा (Ratan Tata) ने एक बार फिर सब के सामने मनावता का एक उदाहरण पेश किया है। रतन टाटा की कंपनी टाटा स्टील (Tata Steel) ने कोविड-19 (COVID-19) से मरने वाले कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की घोषणा की है। टाटा स्टील ने ऐलान किया है कि कंपनी कोरोना से जान गंवाने वाले कर्मचारियों के परिजनों को कर्मचारी की रिटायरमेंट यानी 60 साल की उम्र तक उनके आश्रितों को पूरी सैलरी देती रहेगी। सैलरी का यह अमाउंट मृत कर्मचारी की आखिरी सैलरी के बराबर होगा। इसके साथ ही कंपनी ने ये भी बताया है कि इन कर्मचारी के परिवारों को बच्चों की पढ़ाई, मेडिकल और आवास सुविधाएं भी मिलती रहेंगी।
फ्रंटलाइन कर्मचारी की मृत्यु होने पर बच्चों की पढ़ाई का खर्च मिलेगा
इसके अलावा, यदि कोई फ्रंटलाइन कर्मचारी काम के दौरान संक्रमित हो जाता है और उसकी मृत्यु हो जाती है, तो कंपनी उसके बच्चों के ग्रेजुएट होने तक उसकी पढ़ाई का सारा खर्च वहन करेगी।
Tata Motors के मृत कर्मचारियों के परिवार को 50% सैलरी मिलती रहेगी
आपको बता दें कि इसी तरह Tata Group की दूसरी कंपनी Tata Motors कोविड-19 से जान गंवाने वाले अपने कर्मचारियों के आश्रितों को रिटायरमेंट की उम्र तक बेसिक सैलरी का 50% सैलरी मंथली अलाउंस के रूप मे देती रहेगी। साथ ही कंपनी परिवार को राहत पहुंचाने के लिए वन-टाइम पेआउट भी देगी।
सोशल मीडिया पर हो रही कंपनी की वाहवाही
Tata की इस घोषणा के बाद से ही सोशल मीडिया पर कंपनी की काफी प्रशंसा और सराहना मिल रही है।
एक ट्विटर यूजर ने लिखा है “टाटा स्टील के लिए बहुत बड़ा सम्मान।” एक और यूजर ने लिखा “कॉरपोरेट जगत को फिर से प्रेरित करने के लिए रतन टाटा को धन्यवाद।”