छत्तीसगढ

दीन-दुखियों की सेवा से मिलता है सुकून: अनुसुईया उइके

रायपुर, 20 जनवरी। हर व्यक्ति अपने जीवन में दीन-दुखियों की सेवा करें, इससे उन्हें जो सुकून मिलेगा, वह और कही नहीं मिलेगा। गरीब असहायों की सेवा करने से जीवन मंगलमय होगा। यह उद्गार राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज चकरभाठा कैम्प, बिलासपुर के श्री सिंधु अमरधाम आश्रम में आयोजित चालीहो महोत्सव में व्यक्त किया।
राज्यपाल ने झूलेलाल मंदिर में भगवान झूलेलाल का दर्शन कर प्रदेश के सुखः-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संतों का दर्शन करना उनके लिए सौभाग्य की बात है, जिन्होंने कड़ी साधना में रत् रहते हुए मौनव्रत का पालन किया। श्री सिंधु अमरधाम आश्रम पूरे सिंधु समाज की आस्था का केन्द्र है। ऐसे पवित्र स्थान पर उपस्थित होकर उन्हें भी गर्व की अनुभूति हो रही है। यह आश्रम श्री सांईलाल दास जी के समर्पण की मिसाल है।
सुश्री उइके ने कहा कि सिंध समाज ने विभाजन का दंश झेला है। स्वतंत्रता के समय ऐसी परिस्थितियां निर्मित हुई कि उन्हें अपना घर-बार सबकुछ छोड़कर अलग-अलग स्थानों में बसना पड़ा। उन्होंने एक नई शुरूआत की और अपनी जीवटता और अपने मेहनत के बलबूते सभी क्षेत्रों में एक मिसाल कायम की। सुश्री उइके ने कहा कि समाज सेवा और दानशीलता की प्रवृत्ति सिंधी समुदाय की बड़ी देन है। गरीबों के लिए लंगर खोलना, प्यासों को पानी पिलाना, दीन-दुखियों की मदद करना, ये बड़े काम सिंधी समुदाय के लोग करते हैं। श्री सिंधु अमरधाम आश्रम द्वारा कई जनकल्याणकारी कार्य किये जा रहे हैं, जिनमें निर्धन कन्या विवाह, सामूहिक विवाह, गरीब सहायता कोष्ठ का संचालन जैसे कार्य शामिल है। साथ ही उनके द्वारा कोरोना काल में भी उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं, जो सराहनीय हैं।

कार्यक्रम को नेता प्रतिपक्ष छ.ग. विधानसभा धरमलाल कौशिक एवं सांसद अरूण साव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मस्तूरी विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी, बेलतरा विधायक रजनीश सिंह, पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, राष्ट्रीय महिला आयोग की सलाहकार श्रीमती हर्षिता पाण्डेय, छ.ग. गृह निर्माण मण्डल के पूर्व अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी, नगर पंचायत बोदरी अध्यक्ष परदेशी धु्रवंशी, पूज्य सिंधी पंचायत चकरभाठा कैम्प के अध्यक्ष राधेश्याम नत्थानी सहित सिंधी समाज के सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

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