छत्तीसगढ

राजस्व मंत्री कोरोनो संकट निपटने अधिकारियों के साथ किए महत्वपूर्ण बैठक, लिए गए कई अहम निर्णय

कोरबा। समूचे विश्व में महामारी के रूप में विकराल रूप धारण कर चुकी है। देश व प्रदेश में तेजी से पैर पसार रही कोरोना नामक संक्रामक बीमारी कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम करने, संभावित मरीजों के लिए की जा रही व्यवस्थाओं और आम नागरिकों के दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे है। इसके लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला प्रशासन के अधिकारियों और कोरबा अंचल स्थित विभिन्न औद्योगिक प्रतिष्ठानों के अधिकारियों की अत्यावश्यक बैठक कोरबा स्थित मंत्री कार्यालय डी-1 के प्रांगण में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक में कोरबा जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर किरण कौशल, पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा और अपर कलेक्टर संजय अग्रवाल शामिल हुए। मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने समूचे देश में कोरोना वायरस के मद्देनजर चल रहे लाॅक डाऊन के परिप्रेक्ष्य में कोरबा जिले की स्थिति पर सर्वप्रथम जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया। जिला प्रशासन की ओर से बताया गया कि आम नागरिकों की सुविधा की दृष्टि से और भीड़ को नियंत्रित करने के नजरिए से कोरबा नगर पालिक निगम क्षेत्र के अन्तर्गत संचालित हो रहे विभिन्न साप्ताहिक बाजारों में प्रतिदिन सब्जी और फल की दुकाने लगाने की अनुमति प्रदान की गई है हालांकि बाजार के संचालन की समयावधि पूर्व में जारी किए गए आदेश के अनुरूप अर्थात दोपहर 1 बजे तक ही निर्धारित रहेगी। दोपहर एक बजे के बाद ऐसी कोई दुकान का संचालन नहीं किया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि थोक की दुकानें और मंडी सुबह 9 बजे से खुल जाएंगी ताकि फुटकर बिक्रेताओं को असुविधा न हो।
संभावित मरीजों की देखभाल व उपचार की व्यवस्था आदि के संबंध में राजस्व मंत्री द्वारा चाही गई जानकारी के संबंध में किरण कौशल ने बताया कि सर्वप्रथम सौ बिस्तरों का जिला चिकित्सालय में व्यवस्था की गई है। कलेक्टर ने आगे बताया कि डी.एम.एफ. निधि से 5 नग वेंटीलेटर और कुछ अन्य आवश्यक उपकरण आदि की खरीदी के आदेश जारी कर दिए गए हैं और उम्मीद है कि एक सप्ताह में इनकी डिलीवरी प्राप्त हो जाएगी। वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर एस.ई.सी.एल. प्रबंधन द्वारा तात्कालिक रूप में 25 लाख रूपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई ।
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर कोरबा को निर्देशित करते हुए कहा कि यदि भविष्य में आश्यकता पड़ी तो जिला प्रशासन के पास कम से कम 500 मरीजों के उपचार की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने कहा कि यथावश्यकता ई.एस.आई. हाॅस्पिटल, श्रृष्टि हाॅस्पिटल और श्री बालाजी ट्रामा सेंटर को चिह्नांकित कर लें और उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं का जायजा लेकर दुरूस्त रखने की हिदायत दें। जरूरत पड़ने पर 3 कि.मी. की परिधि को सैनिटाईज कराने की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। जयसिंह अग्रवाल ने स्पष्ट तौर पर निर्देशित करते हुए कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देजनर जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और हर जरूरत मंद को राशन आदि उपलब्ध हो सके। बाहर से आकर मजबूरन फंसे हुए लोगों जिनमें ड्राईवर, हमाल और अन्य दैनिक भोगी मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने एक अनुमान के तौर पर कहा कि सतत् उत्पादन प्रक्रिया के तहत संचालित हो रहे उद्योगों में लगभग 10 हजार मजदूर अभी भी कार्यरत हैं जिनके समक्ष अनेक समस्याए होंगी। यथावश्यकता अन्य रूप से बीमार जरूरतमंदों को चिकित्सा सुविधा भी मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया। किराना दुकानों पर सामग्रियों की कमी होने की वजह से प्रायः सभी आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में व्यापारियों द्वारा बेतहाशा वृद्धि के मामले में राजस्व मंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि बाहर से माल लेकर आने वाले वाहनों को न रोका जाए ताकि वाजिब कीमत पर लोगों को किराना व अन्य सामान मिल सके। पशु आहार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के सम्बंध में जयसिंह अग्रवाल ने निर्देशित किया कि बाहर से आने वाले भूसा अथवा पैरा कुट्टी के ट्रकों को न रोका जाए ताकि दुग्ध व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों की दिक्कतों का समाधान हो सके।
जयसिंह अग्रवाल ने कलेक्टर को निर्देशित करते हुए कहा कि भोजन व्यवस्था के लिए कोरबा अंचल स्थित समस्त औद्योगिक प्रतिष्ठानों को युद्धस्तर पर तैयारी करने की जिम्मेदारी सौंपे। राजस्व मंत्री ने बैठक में उपस्थित समस्त औद्योगिक प्रष्ठिानों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में उत्पन्न हुई विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए वे जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करें। बैठक में उपस्थित विभिन्न प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों ने राहत कोष में सहयोग प्रदान करने के लिए राजस्व मंत्री और जिला प्रशासन को आश्वसत किया। जयसिंह अग्रवाल ने सभी उद्योगों से आह्वान किया कि हम सब की एकजुटता से इस विषम परिस्थिति से निपटा जा सकता है और यथावश्यकता हम सबको और अधिक जिम्मेदारियों का वहन करने के लिए तैयार रहना होगा।
बैठक के दौरान मानवीय संवेदना से परिपूर्ण जयसिंह अग्रवाल ने ऐसी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए कोरबा कलेक्टर को अपने विधायक निधि से क्षेत्र की जरूरतों के अनुरूप 50 लाख रूपये तक की राशि का उपयोग करने की सहमति भी प्रदान की।
बैठक में उपस्थित रहनेवाले प्रमुख संस्थान और उनके पदाधिकारियों में कोरबा नगर पालिक निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद, प्रतिष्ठित व्यवसायी महेश भावनानी, कोरबा अग्रवाल सभा के अध्यक्ष व कोरबा जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष श्रीकांत बुधिया, एस.ई.सी.एल. के महाप्रबंधक एस.के. पाल, एस.ई.सी.एल कुसमुण्डा के महाप्रबंधक रंजन प्रसाद साहू, एनटीपीसी के मानव संसाधन सह महाप्रबंधक एस.एस. दास सी.एस.ई.बी. कोरबा के मुख्य अधियंता एस.के बंजारा, कोरबा थर्मल पाॅवर स्टेशन के मुख्य अभियंता एस.के.मेहता, मुख्य अभियंता पी.के. जैन, लैंको से डी.के तिवारी, आई.ओ.सी.के उत्कर्ष दीप, ए.सी.बी.आई.एल. के वािरष्ठ महाप्रबंधक संजय मालवीय और बालको के सह महाप्रबंधक अजय शर्मा उपस्थित रहे।

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