राज्यसभा सांसद फूलोदेवी का यज्ञ प्रश्न….सरोज पांडे को अपने बड़े भाई डॉ. रमन सिंह पर भरोसा नहीं था इसलिए आज यह प्रश्न भूपेश बघेल से किया

रायपुर, 23 जुलाई। सरोज पांडे को अपने बड़े भाई डॉ. रमन सिंह पर भरोसा नहीं था इसलिए आज यह प्रश्न भूपेश बघेल से किया। दरअसल, सरोज पांडे के एक यज्ञ प्रश्न जिसमें उन्होंने राखी के साथ शराबबंदी की मांग को लेकर प्रदेश का मुखिया भूपेश बघेल को एक पत्र के जरिए पूछा था। उनके इस प्रश्न का राज्यसभा सांसद और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम ने बड़ी शालीनता से जबाव देते हुए कहा कि सुश्री पांडे को अपने ही सरकार पर अविश्वास था इसलिए वे 15 वर्षों में कभी भी अपने बड़े भाई डॉ. रमन सिंह से ये सवाल पूछ नहीं पायी। खैर, भूपेश बघेल की सरकार पर हम कांग्रेसियों को गर्व होना चाहिए कि कट्टर विपक्ष की एक बड़ी नेत्री को भूपेश बघेल की सरकार पर भरोसा है।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य सभा सांसद सरोज पांडे को अचानक से रिश्तेदारी याद कैसे आई? ये सोचने का विषय है। फूलोदेवी नेताम ने कहा कि सरोज पांडे ने छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री भूपेश बघेल को राखी भेजकर साबित कर दिया कि भूपेश बघेल के ऊपर बहुत ही ज्यादा विश्वास है। नेताम ने कहा कि सिर्फ सरोज को नहीं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक महिलाओं को बघेल जी के ऊपर विश्वास एवं भरोसा है। इतने कम समय में कांग्रेस सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिए और इन ऐतिहासिक निर्णय के कारण आज छत्तीसगढ़ में सब तरफ खुशहाली हैं। हर वर्ग के लोग खुश है। कोई भी नही सोचा कि गोबर के भी रुपए कभी मिल सकते हैं। ग्रामीण महिलाओं में भी अलौकिक आत्मविश्वास आ गया है।
फूलोदेवी ने आगे कहा कि भाजपा के नेता एवं नेत्रियां रक्षा बंधन जैसे पवित्र रिश्ता में भी राजनीति करने से नहीं चुकते। राजनीति में बने रहने के लिये भाई-बहन के रिश्तों पर भी ओछी राजनीति कर रहे है। फूलों देवी नेताम ने कहा कि 15 साल तक भारतीय जनता पार्टी के शासन रहा। क्या इन वर्षों में सरोज पांडे ने रमन सिंह को राखी भेजकर शराब बंदी की मांग क्यों नही की? ये पूछा। क्या सुश्री पांडे को उनके बड़े भैया रमन सिंह पर विश्वास नहीं था। लम्बे समय तक छत्तीसगढ़ में bjp का राज था तब सुश्री पांडे को याद नहीं आई शराब बंदी की। राखी जैसे पवित्र त्यौहार को लेकर राजनीति करने में भी नही चुके, ये बात तो माननी पड़ेगी।
फूलोदेवी ने कहा सरोज पांडे को छत्तीसगढ़ वासियों का चिंतन यदि होता तो प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर छत्तीसगढ़ राज्य को भी गरीब कल्याण योजना में शामिल करने के लिये कहती। केंद्र की bjp सरकार से छत्तीसगढ़ के गरीब कल्याण योजना में शामिल होने को बोलती, ऐसा न करके रिश्तों की आड़ में राजनीति कर रही है। फूलोदेवी ने सवाल करते हुए कहा- सरोज पांडे को जिस समय छत्तीसगढ़ वासियों के प्रति अपना कर्तव्य निर्वाह करने का समय आता है उस समय पांडे गुमशुदा हो जाती हैं।
फूलोदेवी नेताम ने कहा केंद्र सरकार के गलत नीति के कारण महंगाई ने लोगों का कमर तोड़ दिया है। डीजल, पेट्रोल के मूल्य में बेताहाशा वृद्धि होने से आम जनता परेशान है दैनिक जीवन के आवश्यक वस्तुओं के दामों में वृद्धि होती जा रही है। महिलाएँ बहुत परेशान है बढ़ती हुई महंगाई से घर का बजट असंतुलित हो गया है। संकट के समय में केंद्र सरकार से राहत एवं सहायता की अपेक्षा रखते है जनता लेकिन केंद्र सरकार जनता को राहत देने के बजाय महंगाई का औऱ अतिरिक्त बोझ थोप रही हैं सरोज पांडे जी क्या आपने कभी बढ़ती हुई महंगाई को कम करने के लिये नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा। महिलाओं के बारे में आपको इतना अधिक चिंता है तो आप बताये कोरोना काल के विषम परिस्थितियों में महिलाओं के लिये आपने क्या किया।