राष्ट्रीय

रूस से भारत पहुंची कोविड वैक्‍सीन स्‍पुतनिक-वी की पहली खेप, टीकाकरण में मिलेगी बड़ी मदद

नई दिल्‍ली, 1 मई। देश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। संक्रमितों का दैनिक आंकड़ा चार लाख को पार कर गया है। वहीं सरकार ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई को तेज करते हुए टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत की है जिसमें 18 साल से 45 साल की उम्र के लोगों को कोविड वैक्‍सीन लगाने का फैसला किया गया है। हालांकि कई राज्‍य सरकारों की ओर से कोविड वैक्‍सीन की किल्‍लत की शिकायतें की जा रही हैं। इस बीच रूस से कोविड वैक्‍सीन स्‍पुतनिक-वी की पहली खेप भारत पहुंची है।

माना जा रहा है कि स्पुतनिक-वी वैक्सीन के भारत आने से कोरोना के खिलाफ जंग में काफी मदद मिलेगी। हाल ही में केंद्र ने इसके आपात इस्‍तेमाल को मंजूरी दी है। इस तरह से देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई तीन टीकों कोविशील्ड और कोवैक्सिन के साथ स्पुतनिक-वी की मदद से लड़ी जा रही है। बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने देश में गहराए कोरोना संकट के मसले पर रूसी राष्‍ट्रपति व्‍लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बातचीत की थी। इस बातचीत में रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी को हर संभव मदद का भरोसा दिया था।

पीएमओ की ओर से जारी बयान के मुताबिक पुतिन ने भारत में स्पुतनिक के इस्तेमाल की अनुमित मिलने पर खुशी जताई थी। समाचार एजेंसी एएनआइ ने रूस में भारत के राजदूत बाला वेंकटेश वर्मा (Bala Venkatesh Varma) के हवाले से बताया है कि भारत को मई की शुरुआत में 150,000 से 200,000 तैयार वैक्सीन उपलब्ध होने की उम्मीद है। राजनयिक सूत्रों की मानें तो भारत को आगे भी किश्तों में कोविड वैक्‍सीन स्‍पुतनिक-वी वैक्‍सीन की आपूर्ति जारी रहेगी। जाहिर है कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में यह एक बड़ा हथियार साबित होगी।

Related Articles

Check Also
Close
Back to top button