सप्रे व दानी स्कूल मैदान को प्रभावित किए बिना बूढ़ातालाब का सौंदर्यीकरण हो: बृजमोहन
बृजमोहन ने बूढ़ातालाब, सप्रे स्कूल, दानी स्कूल एवं डिग्री गल्स काॅलेज का किया निरीक्षण
रायपुर, 1 जून। पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने बूढ़ातालाब के संदर्भ में नगर निगम आयुक्त सौरभ कुमार, स्मार्ट सिटी के अधिकारी एस.के. सुंदरानी व अन्य अधिकारियों व नगर निवेश के अधिकारियों से बुलाकर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर मैदानों व स्कूलों का अस्तित्व से खिलवाड़ करना किसी भी स्तर पर बर्दास्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बूढ़ातालाब प्रोजेक्ट की पूरी ड्राईंग-डिजाईन, योजना टेण्डर व सभी प्रक्रियाएं जनप्रतिनिधियों व आम जनता के समक्ष रखा जाना चाहिए। गुपचुप तरीके से रात के अंधेरे में पुलिस सुरक्षा में चल रहे कार्यों ने अनेक संदेहों को जन्म दे रहा है।
श्री अग्रवाल ने आज सांसद सुनील सोनी, बूढ़ातालाब से लगे वार्ड के पार्षदों श्रीमती सीमा कंदोई, मनोज वर्मा, सरिता वर्मा, सरिता आकाश दुबे, चन्द्रपाल धनगर, मुरली शर्मा, खेमराज वैद्य, प्रवीण देवड़ा सहित वार्ड के नागरिको के साथ सप्रे शाला मैदान, दानी स्कूल मैदान व डिग्री गल्स काॅलेज स्थल पर जाकर स्थलो का निरीक्षण किया व वार्डवासियों के साथ चर्चा के दौरान यह बात स्पष्ट रूप से सामने आयी की बूढ़ातालाब की सफाई व सौंदर्यीकरण से किसी को कोई आपत्ति नहीं है। पूर्व में भी तरूण चटर्जी से लेकर सुनील सोनी व वर्तमान तक के कार्यकाल तक कई बार बूढ़ातालाब की सफाई हुई है। सौंदर्यीकरण के भी काम होते रहे हैं पर ऐतिहासिक धरोहर सप्रे शाला मैदान व दानी स्कूल व डिग्री गल्र्स कालेज के मैदान को अनावश्यक रूप से तोड़ कर सड़क बनाया जा रहा है जिसको लेकर पूरे क्षेत्र में रोष व्याप्त है। आम लोगो ने मैदानो को छोटे करने को लेकर तीखी नाराजगी भी जताई।
श्री अग्रवाल ने कहा कि बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर शहर के ऐतिहासिक स्कूल के मैदानों को छोटा किए जाने का विरोध किया है व कहा कि सौंदर्यीकरण व व्यवसायीकरण के नाम पर मैदानों की बलि नहीं देने दी जायेगी। उन्होंने मैदानों को छोटा करने के एजेण्डे का विरोध करते हुए कहा कि पूरा प्रोजेक्ट शहर के जनता एवं जनप्रतिनिधियों के समक्ष प्रदर्शित किया जाना चाहिए।
श्री अग्रवाल ने कहा कि बूढातालाब के सफाई व सौंदर्यीकरण का कोई विरोध कहीं से नहीं है। सौंदर्यीकरण के नाम पर अभी साल भर पहले स्मार्ट सिटी के पैसे से बने ऐतिहासिक व शहर के बीच एकमात्र खेल मैदान सप्रे शाला मैदान को छोटा किया जा रहा है। स्मार्ट हेल्थ हार्ट ट्रेक को उखाड़ा जा रहा है। शहर के अंदर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े कन्या विद्यालय दानी स्कूल के मैदान को जहां छोटा किया जा रहा है वहीं 3 कमरे के लैब को भी जमीदोज कर दिया गया है। इसी तरह डिग्री गल्र्स काॅलेज के भी निर्माण को तोड़ने की योजना किसी दृष्टि से उचित नहीं है, विरोध इसका है। शहर के अंदर ऐसी ही मैदान की कमी है। इन शिक्षण संस्थानों के पास वैसे ही जमीन की कमी पड़ रहा है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि बूढ़ातालाब के विकास के लिए पर्यटन विभाग व नगर निगम व एक संस्था के बीच एक एम.ओ.यू. पी.पी.पी माॅडल में विकास कार्यों का हुआ था। जिस पर सौंदर्यीकरण का सारा खर्च संस्था को करना था। सरकार का एक भी पैसा खर्च नहीं होना था। किंतु नगर निगम द्वारा सौंदर्यीकरण पर करोड़ो खर्च कर खुद कार्य करना समझ से परे है।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण के आड़ में बिना किसी ड्राईंग/ डिजाईन, कन्सलटेंट व टेण्डर के कार्य कई संदेहो को जन्म दे रहा है। आसपास के रहवासी व शहर की जनता को बूढ़ातालाब के सौंदर्यीकरण से कोई आपत्ति नहीं है आपत्ति है तो सप्रे शाला के मैदान को छोटा कर समाप्त करने से है। और यही कारण है कि बूढ़ातालाब के आसपास के रहवासी, खेल संघ व आम जनता विरोध में है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि पूर्व में बूढ़ातालाब के चारो तरफ सोलर लाईन सोलर पेनल एवं सोलर हाउस बनाया गया था जिसका उपयोग किया जा सकता था परन्तु उसे भी तोड़ा गया है। यह जनता के पैसो की बर्बादी है। शुलभ शौचालय का तोड़ा जाना भी उपयुक्त नहीं है, शुलभ शौचालय का उपयोग आसपास के लोग एवं सैकड़ों की संख्या में राहगीर करते हैं। मैदानो को बिना छोटा किये भी सौंदर्यीकरण किया जा सकता है। पूर्व में भी कई बार बूढ़ातालाब की सफाई हुई है, यह कोई नया काम नहीं है।