छत्तीसगढ

15 बरसों के अंधकार को सालभर में मिटाया है, झूठा है जो कहता है कि भूपेश बघेल ने बदलाव नहीं लाया है: शैलेश नितिन त्रिवेदी

रायपुर। डॉ. रमन सिंह द्वारा गेड़ी चढ़ने और सोंटा मारने से विकास नहीं होने का तंज कसने पर तीखा प्रहार करते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अगर डॉ. रमन सिंह जी इस गलत फहमी का शिकार है कि विकास और संस्कृति और स्वाभिमान को एक दूसरे के विपरीत है तो उन्हें अपनी गलत फहमी दूर कर लेनी चाहिये। छत्तीसगढ़ की पहचान और हमारा स्वाभिमान कभी विकास के विरोधी हो ही नहीं सकते है। बल्कि संस्कृति और स्वाभिमान को बनाए रखते हुए ही सच्चा विकास किया जा सकता है। अपनी पहचान और स्वाभिमान को बनाये रखते हुये विकास कैसे किया जा सकता है, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विगत 1 वर्ष में यह बखूबी कर दिखाया है। डॉ रमन सिंह को यह बयान छत्तीसगढ़ की माटी की सोंधी महक का अपमान है। गेड़ी चढ़ने वाला या सोंटा खाने वाला विकास नहीं कर सकता, यह छत्तीसगढ़ विरोधी सोच है। आम छत्तीसगढ़िया को छत्तीसगढ़ में ही दोयम दर्जे का नागरिक ठहराने वाली सोच है। पूरे छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के इस बयान से सख्त नाराजगी हैं। डॉ. रमन सिंह जी के इस छत्तीसगढ़ विरोधी और विकास विरोधी बयान से भारतीय जनता पार्टी और डॉ. रमन सिंह के खिलाफ बेहद नाराजगी का वातावरण है।

डॉ. रमन सिंह के बयान पर तीखा प्रहार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पिछला एक साल छत्तीसगढ़ के लिये स्वाभिमान और आत्मगौरव का एक साल रहा है। हरेली से शुरू कर तीजा, विश्व आदिवासी दिवस, छठ, गोवर्धन पूजा, जैसे त्योहारों को आम छत्तीसगढ़िया ने पूरे छत्तीसगढ़ ने मिलजुलकर और उल्लास के साथ, भाईचारे के साथ हंसी खुशी मनाया है। छत्तीसगढ़ का किसान कर्जमुक्त हुआ है। भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों का 11000 करोड़ का कर्जमाफ किया है। किसानों को धान का दाम 2500 रू. प्रतिक्विंटल दिया है। छत्तीसगढ़ का आम आदमी, किसान, मजदूर, व्यापारी सब खुशहाल और संपन्न है। विगत एक साल में किसान आत्महत्या का एक भी प्रकरण नहीं हुआ है। शायद यही रमन सिंह जी को रास नहीं आ रहा है।

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