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CAIT Delegation : उड्डयन मंत्री से मिलकर मांगों की लिस्ट के साथ दिया ये सुझाव

रायपुर, 5 फरवरी। CAIT Delegation : छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी के नेतृत्व में शनिवार को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को ज्ञापन सौंपा। सिंधिया के प्रथम रायपुर आगमन पर एयरपोर्ट में कैट ने रायपुर की हवाई यात्रा एवं यात्रियों की सुविधाओं के लिए सुझाव सहित कुछ मांग संबंधी ज्ञापन देकर उनसे समाधान का आग्रह किया।

पुन: उड़ानों में गति से ख़ुश है कैट

चेम्बर प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने पत्र के माध्यम से बताया कि रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल से कोविड महामारी के पहले प्रति दिन 55 से 60 उड़ानों का आवागमन होता था, किंतु कोविड के कारण उड़ानों में कुछ कमी आयी। हालांकि अभी कोरोना की स्थिति नियंत्रण के कारण पुन: उड़ानों में गति दिख रहा है। ज्ञापन में उन्होंने कहा कि इस तरह भविष्य में पूर्व की तरह फिर से हर माह लाखों हवाई यात्रियों का आवागमन शुरू हो जायेगा। इस बात की खुशी है।

लंबित मांगो की ओर किया ध्यान आकर्षित

इसके साथ ही परवानी ने उड्डयन मंत्री सिंधिया से लंबे समय की गई मांग की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि रायपुर विमानतल से जयपुर, सूरत, जोधपुर, अहमदाबाद, चंडीगढ, अमृतसर एवं गुना तक के लिए उड़ान जल्द शुरू करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ये उड़ाने शुरू होने से लोगो को वाया होकर जाने की जरूरत नहीं होगा जिससे खर्च के साथ समय भी बचेगा। रायपुर से गुना के लिये फ्लाइट की सुविधा उपलब्ध कराई जाये क्योंकि गुना के अशोक नगर में जैन मंदिर है एवं श्री आनंदपुर एक भव्य तीर्थस्थल धाम है, जहां लाखों की संख्या में लोग दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ से जाते हैं।

रायपुर में कार्गो हब की है जरूरत

पारवानी ने आगे बताया कि रायपुर विमानतल देश के बिल्कुल मध्य में स्थित होने के कारण देश के किसी भी कोने से दो घंटे के अंदर कोई भी सामान भेजा और मंगाया जा सकता है, अत: कार्गो हब की स्थापना अत्यंत ही आवश्यक है। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान प्रदेश है, रायपुर से फल, सब्जियां एवं फूल भी दूसरे शहरों को भेजा जाता है।

एयर कार्गों के द्वारा रोजाना 20 से 25 टन सामान जिसमें दवाईयां, जड़ीबूटियां, फल, मशीनों के पार्ट्स जैसे बहुत चीजें रायपुर में आती है। कृषि उड़ान योजना को छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी लागू किए जाने से प्रदेश को भी अधिक लाभ होने की संभावना है। अत: रायपुर में कार्गो हब बनाये जाने की अत्यंत आवश्यकता है।

उन्होंने कहा (CAIT Delegation) कि स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट आज अंतर्राष्ट्रीय उड़ान आवागमन के सभी मापदंड पूरा करता है, लिहाजा इसे अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया जाना चाहिए। रायपुर विमानतल से विदेश थाईलैंड, दुबई एवं सिंगापुर के लिए यात्रियों की बहुत संख्या है।

कैट ने दिया सुझाव

रायपुर विमानतल दो-तीन वर्ष पूर्व रात्रि में विमान को पार्क करने की फ्री पार्किंग शुरू करने की योजना थी, जिसे अविलम्ब प्रारम्भ किए जाने का सुझाव दिया।

विमानन कर्मियों के रायपुर में विश्राम करने से होटल एवं ट्रैवल एजेंट वालों को व्यवसाय मिलेगा, साथ ही विमानों के रख-रखाव वाली टीम भी रायपुर में स्थायी रूप से रहेगी।

यात्रियों के लिये सुबह दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, हैदराबाद एवं अन्य स्थानों के लिये फ्लाइटों की सुविधा प्रतिदिन दिए जाने एवं उसी दिन आने की सुविधा किफायती किराये में मिल पायेगी।

अम्बिकापुर को उड़ान योजना विकसित किया जा सकता है, जिससे छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर, जगदलपुर एवं अम्बिकापुर से राज्य के अंदर ही हवाई यात्रियों की संख्या बढेगी।

रायपुर एयरपोर्ट में केवल 3 सुरक्षा जांच मशीन है, इसलिए उसमें अधिक समय लग जाता है, कोविड काल को देखते हुए अधिक सुरक्षा जांच मशीनें बढ़ाना चाहिए।

आगमन कक्ष में कई बार दो तीन उड़ान एक साथ आने से यात्रियों की संख्या एक साथ बढ़ जाती है किंतु केवल दो कन्वेयर बेल्ट होने से यात्रियों को असुविधा होती है। इसकी संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए।

छत्तीसगढ़ की राजधानी होने के साथ राज्य का एकमात्र बड़ा एयरपोर्ट है। इस विमानतल से प्रस्थान करने वाले यात्रियों को 500/-रुपया यूजर डेवलपमेंट फीस देना होता है, जो कि बहुत अधिक है। जबकि भोपाल, जयपुर, अहमदाबाद, इंदौर जैसे बहुत से एयरपोर्ट में ये शुल्क नहीं लगता, अन्य एयरपोर्ट की तरह यहां भी यूजर डेवलपमेंट फीस शुल्क में छूट दिया जाए।

रायपुर विमानतल शहर से काफी दूर है ऐसे में यात्रियों के साथ छोड़ने और लेने आने वाले लोगों के लिये एयरपोर्ट के बाहर भी सार्वजनिक शौचालय होना आवश्यक है, जो आगमन और निर्गम के पास होना चाहिये।

र्प्रतिनिधि मंडल में शामिल रहे

र्प्रतिनिधि मंडल (CAIT Delegation) में महामंत्री अजय भसीन, कोषाध्यक्ष उत्तम गोलछा, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र जग्गी, विक्रम सिंहदेव, राम मंधान, मनमोहन अग्रवाल कार्यकारी महामंत्री विकास आहूजा, उपाध्यक्ष-हीरा माखीजा, टी.श्रीनिवास रेड्डी, कन्हैया गुप्ता, पृथ्वीपाल सिंह छाबड़ा, मंत्री-नीलेश मूंधड़ा, दिनेश पटेल, राजेन्द्र खटवानी, जयराम कुकरेजा, विकास पंजवानी, युवा चेम्बर महामंत्री कांति पटेल, उपाध्यक्ष विपुल पटेल उपस्थित थे।

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