ESG Grit Award : सिंगापुर रवाना हुईं SHG की चार आदिवासी महिलाएं
रायपुर, 21 जुलाई। ESG Grit Award : छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज प्रोसेसिंग के क्षेत्र में काम कर रही स्व-सहायता समूह (SHG) की चार आदिवासी महिलाएं बुधवार को सिंगापुर के लिए रवाना हुई हैं। इन महिलाओं को 22 और 23 जुलाई को आयोजित ईएसजी ग्रिट पुरस्कार समारोह में शामिल होना है।
लघु वनोपज प्रोसेसिंग के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार लेंगी
छत्तीसगढ़ की महिलाओं को यह पुरस्कार संधारणीय विकास, गरीबी उन्मूलन और महिला सशक्तिकरण के लिए मिलना है। इस पुरस्कार से छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ सहित जगदलपुर और कोरबा के दो महिला स्व-सहायता समूह पुरस्कृत होंगे। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद संभवतः यह पहला अवसर है, जब महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य एक अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने के लिए विदेश यात्रा (ESG Grit Award) पर जा रहे हैं।
बकावंड वन धन केन्द्र की सदस्य पद्मिनी बघेल तथा बेलाबाई कश्यप और डोंगानाला वनधन केन्द्र की सदस्य सरोज पटेल व फूलबाई नेती ने रायपुर हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए उड़ान भरी। इस दल का नेतृत्व राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक संजय शुक्ला कर रहे हैं। अपर प्रबंध संचालक बी. आनंद बाबू और वनमंडल अधिकारी स्टायलो मण्डावी भी इस दल में शामिल हैं। यह सात सदस्यीय दल दिल्ली से सिंगापुर जाएगा। वहां कार्पस्टेज सिंगापुर की डॉ. निशा कोहली उनका स्वागत करने वाली हैं। डॉ. कोहली ही इस आयोजन की प्रमुख है।
छत्तीसगढ़ हर्बल्स की ब्रांडिंग भी होगी
अधिकारियों ने बताया, छत्तीसगढ़ की ये महिलाएं सिंगापुर मे 150 देशों के 200 से अधिक प्रतिनिधियों के सामने पुरस्कार ग्रहण करेंगी। इस दौरान वे छत्तीसगढ़ मॉडल से सस्टेनेबल डेवलॅपमेंट की कहानी भी सुनाएगी। इस समारोह में पूरी दुनिया के व्यवसायी, बैंकर्स, इनवेस्टर्स, पर्यावरणविद तथा सरकारी प्रतिनिधियों की उपस्थिति में ‘छत्तीसगढ़-हर्बल्स’ की पूरी दुनिया में पहचान बनेगी। इससे लघु वनोपज आधारित उद्योगों (ESG Grit Award) को बढ़ावा मिलेगा।