
रायपुर, 25 मई। Jhiram Ghati : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज जगदलपुर के लालबाग मैदान में झीरम घाटी शहीद मेमोरियल का लोकार्पण किया और झीरम घाटी के शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने यहां शहीदों की याद में लगभग 100 फीट ऊंचा तिरंगा फहराया और मेमोरियल का निरीक्षण किया।
शहीद दिग्गजों का मार्गदर्शन सदैव बना हुआ है : CM
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि झीरम घाटी (Jhiram Ghati) की हृदयविदारक घटना के शहीदों को मैं नमन करता हूं। शहीदों को नमन करते हुए झीरम घाटी शहीद स्मारक को लोकार्पित कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि पहली पंक्ति के जननायक परिवर्तन के लिए निकले थे। प्रदेश के किसानों, युवाओं, बच्चों और महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाना उनका लक्ष्य था। आज वे हमारे बीच नही हैं, लेकिन उनका मार्गदर्शन सदैव बना हुआ है।
परिवार के साहस और हौसले को किया नमन
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज छत्तीसगढ़ में हर किसी के साथ न्याय हो रहा है। आज हमारे नेता होते तो बहुत खुश होते। वो जहां भी होंगे आज हम सभी को आशीष दे रहे होंगे। शहीद परिवारों के सुख दुख में हम उनके साथ हैं। हम सभी शहीदों के परिवारों के साथ परिवार की तरह जुड़े हैं।
मुख्यमंत्री बघेल आज सुबह चित्रकोट से हेलीकॉप्टर द्वारा सीधे जगदलपुर के लालबाग मैदान पहुंचे और हेलीपैड से चलकर झीरम घाटी शहीद मेमोरियल में झीरम घाटी के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मेमोरियल का लोकार्पण किया। जगदलपुर के लालबाग मैदान में झीरम घाटी में 32 शहीदों की याद में मेमोरियल स्थापित किया गया है। लोकतंत्र पर सबसे बड़े हमले में शहीदों की याद में आम जनता को समर्पित है झीरम घाटी शहीद मेमोरियल।
गौरतलब है कि 25 मई 2013 को झीरम घाटी में नक्सल हिंसा में (Jhiram Ghati) वरिष्ठ जनप्रतिनिधि नंदकुमार पटेल, विद्याचरण शुक्ल, महेन्द्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेन्द्र शर्मा सहित 32 लोग शहीद हुए थे। इनमें बहुत से कार्यकर्ता, जवान और आमलोगों ने शहादत दी थी। राज्य में शहीदों के बलिदान की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए 25 मई को झीरम घाटी श्रद्धांजलि दिवस मनाया जा रहा है।