कांकेर, 6 मई। Samuhik Suicide : छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक बड़ी दुखद खबर सामने आई है, जिसमें एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली है। 4 लोगों के सुखी परिवार में पति-पत्नी और उनके दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई है। कांकेर लॉज के एक कमरे में जहां पति-पत्नी के शव लटके मिले, वहीं पास में ही दो बच्चों के शव बिस्तर पर पड़े मिले। मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
बच्चों का बिसरा संरक्षित करने के निर्देश
दरअसल यह परिवार रायपुर (Samuhik Suicide) निवासी जितेंद्र देवांगन, उनकी पत्नी सविता देवांगन और 2 बच्चे गुनगुन, टुकटुक का था जो शहर के बस स्टैंड स्थित बस्तर लॉज में आकर बुधवार से ही रुके थे। इस मामले का पता तब चल पाया है, जब काफी देर तक परिवार के लोगों ने कमरे का दरवाजा नहीं खोला था। इसके बाद संचालक ने पुलिस को सूचना दी थी, तब सभी के लाश कमरे के अंदर मिले हैं। पुलिस ने बच्चो की मौत के खुलासे के लिए पीएम के दौरान बिसरा पिजर्व करने के लिए कहा है जिसे जांच के लिए लैब भेजेंगे।
बच्चों के शव पलंग पर मिले
रायपुर के रहने वाले जितेंद्र देवांगन अपनी पत्नी सविता देवांगन और 2 बच्चे गुनगुन, टुकटुक के साथ शहर के बस स्टैंड स्थित बस्तर लॉज में आकर बुधवार से ही रुके थे। बताया जा रहा है कि उस दिन से लेकर गुरुवार शाम होने के बाद भी जब कमरे के दरवाजा नहीं खुला था, तब संचालक को शक हुआ। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा खोला, उसके बाद जो नजारा देखा उसे देख सभी लोग हैरान रह गए।
पहले बच्चों को मारा फिर दोनों झू्ले फंदे पर
अंदर जितेंद्र और सविता की लाश फंदे पर लटकी थी। वहीं दोनों बच्चों का शव पलंग पर पड़ा था। ऐसे में आशंका है कि पहले पति पत्नी ने बच्चों को जहर देकर मारा होगा। इसके बाद दोनों ने फांसी लगा ली है। अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि इन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया है। प्रथम दृष्यता मे मामला आत्महत्या का ही लग रहा है। बच्चों की उम्र 3 से 5 साल के बीच बताई जा रही है। वहीं पति पत्नी की उम्र 38 से 45 के बीच बताई जा रही है।
पति-पत्नी का हाथ पीछे से बंधा हुआ मिला
यहां पर जो बात पुलिस को खटक रही है वह है कि पति-पत्नी का हाथ पीछे से बंधा हुआ मिला है। फिलहाल गुरुवार रात को ही सभी के शव को बरामद कर पीएम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने रायपुर में इनके परिवार को घटनाक्रम की जानकारी दे दी है। अब शुक्रवार को शव को पीएम किया जाएगा। मामले में जांच जारी है।
बुध से शुक्रवार तक लॉज में बंद रहा परिवार
जानकारी मिली है कि बुधवार शाम को 6.30 बजे परिवार लॉज पहुंचा था। इसके बाद रात को 9 बजे कमरे में जाते दिखा था। फिर कमरे का दरवाजा अगले दिन गुरुवार तक नहीं खुला है। पुलिस ने बताया है कि इन्होंने जानकारी दी थी कि ये लोग जगदलपुर जा रहे थे। मगर रात होने के कारण कांकेर में ही रुक गए। परिवार बाइक से ही कांकेर पहुंचा था। पुलिस ने यह भी बताया है कि जितेंद्र देवांगन रायपुर के रायपुरा इलाके में छोटी से किराना दुकान चलाता था।
बढ़ता कर्ज बना मौत का कारण
मिली जानकारी (Samuhik Suicide) के अनुसार परिजनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि आत्मघाती कदम उठाने वाले मृतक जितेंद्र देवांगन कर्ज में डूबा था। मृतक जितेंद्र देवांगन साल 2021 में लॉकडाउन के दौरान नौकरी चली गईं थी। नौकरी जाने के बाद भी अपने ही घर मे सुसाइड अटेम्प्ट कर चुका था। उसके बाद उसने दूध का बिजनेस शुरू किया था जो सही नही चल पाया जिससे वह और ज्यादा परेशान था। मृतक जितेंद्र देवांगन अपनी मां से बच्चो के साथ धमतरी घूमने जाने का कहकर निकला था। देर शाम तक परिजनों ने कई काल लगाये लेकिन किसी का कॉल पिक नही कर रहा था। मृतक लॉक डाउन के पहले कलर्स मॉल की किसी कपड़े की दुकान में सेल्समेन का काम करता था।