सामूहिक समारोहों के लिए पूर्ण टीकाकरण जरूरी, सरकार ने कहा- दूसरी लहर अभी खत्म नहीं, खराब हैं हालात, घर में ही मनाएं त्योहार
नई दिल्ली, 3 सितंबर। कोरोना काल में सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित किया जाना चाहिए लेकिन यदि इसमें भाग लेना जरूरी हो तो इसके लिए पूर्ण टीकाकरण एक पूर्व अपेक्षा होनी चाहिए। केंद्र सरकार ने लोगों से जागरूकता लाने और कोविड प्रोटोकाल का पालन करने का आग्रह किया है।
ये चेतावनी सरकार की ओर से दी गई है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। सरकार ने कहा है कि भले ही साप्ताहिक पाजिटिविटी दर में समग्र रूप से गिरावट का रुख दिख रहा हो लेकिन हालात बहुत बेहतर नहीं हैं।
देश में हालात बेहतर नहीं
ऐसी स्थिति में लोगों को घर पर त्योहार मनाना चाहिए और कोविड प्रोटोकाल का पालन करना चाहिए। सभी को टीकाकरण भी अपनाना चाहिए। सरकार ने कहा कि देश के 39 जिलों ने 31 अगस्त को समाप्त सप्ताह में 10 फीसद से अधिक साप्ताहिक कोविड पाजिटिविटी दर दर्ज की जबकि 38 जिलों में यह 5 से 10 फीसद के बीच थी।
डेल्टा प्लस के 300 मामले पाए गए
भारत में कोविड-19 के डेल्टा प्लस वैरिएंट के लगभग 300 मामले पाए गए हैं। इसके प्रति भारतीय वैक्सीन कारगर पाई गई। प्रेस ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में, आइसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि डेल्टा प्लस स्ट्रेन के खिलाफ टीके की प्रभावकारिता का परीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि पहले हमें 60-70 मामले मिलते थे अब डेल्टा प्लस के लगभग 300 मामले हैं। मालूम हो कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पहचान 11 जून को की गई थी और इसे चिंता के एक प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया गया था।
देश में कोरोना की स्थिति
24 घंटे में नए मामले 47,092
कुल सक्रिय मामले 3,89,583
24 घंटे में टीकाकरण 66.65 लाख
कुल टीकाकरण 66.89 करोड़
(आंकड़े स्वास्थ्य मंत्रालय के)
54 फीसद आबादी को वैक्सीन की एक डोज
दावा किया गया कि भारत की 16 फीसद वयस्क आबादी को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज मिल गए हैं। वहीं 54 फीसद को कम से कम एक डोज मिल गई है। सरकार ने कहा, सिक्किम, दादरा और नगर हवेली और हिमाचल प्रदेश में सभी वयस्क आबादी को वैक्सीन की कम से कम एक डोज मिली है।
सात देशों के यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच जरूरी
इस बीच कोरोना के नए वैरिएंट के डर के मद्देनजर सात देशों दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश, चीन, न्यूजीलैंड, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे और मारीशस से भारत आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच को अनिवार्य कर दिया गया है। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा कि सार्स-सीओवी-2 वायरस में हो रहे नए-नए म्यूटेशन की रिपोर्ट के अलावा वैश्विक स्तर पर वैरिएंट आफ कंसर्न (वीओसी) और वैरिएंट आफ इंटरेस्ट (वीओआइ) की बढ़ती संख्या पर विचार करते हुए सात देशों को उन देशों की सूची में शामिल किया गया है, जहां से आने वाले यात्रियों को भारतीय हवाई अड्डों पर उतरने के समय एक और आरटी-पीसीआर जांच करवानी होगी। इसके अलावा उन्हें भारत के लिए उड़ान भरने से पहले भी आरटी-पीसीआर जांच करानी होगी।
गुरुवार सुबह 08:00 बजे तक कोरोना की स्थिति
कुल मामले 3,27,68,880
सक्रिय मामले 3,89,583
मौतें (24 घंटे में) 509
कुल मौतें 4,39,529
ठीक होने की दर 97.48 फीसद
मृत्यु दर 1.34 फीसद
पाजिटिविटी दर 2.80 फीसद
सा.पाजिटिविटी दर 2.62 फीसद
जांचें (बुध) 16,84,441
कुल जांचें (बुध) 52,48,68,734
देश में 3.89 लाख एक्टिव केस
करीब दो माह के अंतराल के बाद कोरोना के मामलों में तेज वृद्धि देखने को मिली है। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 47,092 नए मामले सामने आने से कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,28,57,937 हो गई है। पिछली बार 63 दिन पूर्व पहली जुलाई को 48,786 मामले सामने आए थे। देश में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3,89,583 हो गई है।
केरल में संभल नहीं रहे हालात
नए मामलों में 32,097 केस अकेले केरल के हैं। केरल में अब तक 41 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। केरल में कोरोना के हालात फिलहाल काबू होते नजर नहीं आ रहे हैं।
गुरुवार शाम 07:00 बजे तक किस राज्य में कितने टीके
महाराष्ट्र 6.50 लाख
उत्तर प्रदेश 14.02 लाख
मध्य प्रदेश 4.76 लाख
गुजरात 6.25 लाख
राजस्थान 2.31 लाख
पंजाब 2.78 लाख
झारखंड 1.12 लाख
बिहार 1.21 लाख
दिल्ली 1.53 लाख
छत्तीसगढ़ 1.42 लाख
हरियाणा 1.88 लाख
उत्तराखंड 0.82 लाख
जम्मू-कश्मीर 0.56 लाख
हिमाचल 0.24 लाख
(कोविन प्लेटफार्म के आंकड़े)
राज्यों को 64.65 करोड़ से अधिक डोज
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि केंद्र द्वारा अब तक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 64.65 करोड़ से अधिक टीके की डोज मुफ्त और प्रत्यक्ष राज्य खरीद श्रेणी के तहत मुहैया कराई जा चुकी है। राज्यों के पास 4,78,94,030 अप्रयुक्त डोज उपलब्ध हैं। मंत्रालय के बयान में कहा गया कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए वैक्सीन उपलब्धता बढ़ाई गई है ताकि वे टीकाकरण अभियान तेज कर सकें।
जरूरत पूरी होने के बाद वैक्सीन निर्यात करेगा भारत
केंद्र ने गुरुवार को कहा कि भारत अपनी जन स्वास्थ्य जरूरतें पूरी होने के बाद कोरोनारोधी वैक्सीन का निर्यात शुरू करेगा। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि हर देश अपने लोगों, अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक प्रणाली को सुरक्षित रखने के लक्ष्य से काम करता है। उल्लेखनीय है भारत ने कोरोना का प्रकोप बढ़ने पर मध्य अप्रैल में कोविड के टीकों का निर्यात रोक दिया था।